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इंडीजीन के शेयर की कीमत शानदार शुरुआत के बाद 12% गिरी: खरीदें, बेचें या होल्ड करें?
अभिनव निर्मल

अभिनव निर्मल

इंडीजीन इंक. के शेयर की कीमत सोमवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर 12% गिरकर ₹1,244.55 हो गई, जबकि इसके प्रारंभिक सार्वजनिक ऑफर (IPO) को निवेशकों की जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली थी। कंपनी के आईपीओ को 58 गुना सब्सक्राइब किया गया था, जिसमें क्वालिफाइड संस्थागत खरीदार (QIB) हिस्से को सबसे ज्यादा बोली मिली थी। आईपीओ की कीमत ₹1,312-1,312 प्रति शेयर थी।

इस गिरावट के बावजूद विश्लेषक कंपनी की संभावनाओं को लेकर आशावादी बने हुए हैं। इंडीजीन एक हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी फर्म है जो नैदानिक विकास, मेडिकल अफेयर्स और कमर्शियलाइजेशन के लिए समाधान प्रदान करती है। कंपनी का राजस्व वित्त वर्ष 23 में डिजिटल परिवर्तन पहल से प्रेरित होकर 20% बढ़ा है।

विश्लेषकों ने स्टॉक के लिए 'खरीद' रेटिंग की सिफारिश की है, जिसमें कंपनी के मजबूत बिजनेस मॉडल, उच्च विकास क्षमता और हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी स्पेस में प्रतिस्पर्धी लाभ का हवाला दिया गया है। वे यह भी नोट करते हैं कि कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन और भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए वर्तमान मूल्यांकन उचित है।

हालांकि, कुछ विश्लेषकों ने 'होल्ड' रेटिंग की सलाह देते हुए सुझाव दिया है कि निवेशकों को खरीद का निर्णय लेने से पहले कंपनी को आईपीओ के बाद अपने संचालन को स्थिर करने का इंतजार करना चाहिए।

इंडीजीन के बारे में

इंडीजीन एक अग्रणी हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी कंपनी है जो फार्मा और लाइफ साइंसेज उद्योगों के लिए इनोवेटिव डिजिटल सॉल्यूशंस प्रदान करती है। कंपनी की स्थापना 1998 में हुई थी और इसका मुख्यालय बेंगलुरु में है। इंडीजीन वैश्विक स्तर पर 19 देशों में काम करती है और इसके 4500 से अधिक कर्मचारी हैं।

इंडीजीन के मुख्य समाधान इस प्रकार हैं:

  • क्लिनिकल डेवलपमेंट सॉल्यूशंस
  • मेडिकल अफेयर्स सॉल्यूशंस
  • कमर्शियल एक्सीलेंस सॉल्यूशंस
  • पेशेंट एंगेजमेंट सॉल्यूशंस
  • कंप्लायंस और रिस्क मैनेजमेंट

इंडीजीन के वित्तीय प्रदर्शन का विश्लेषण

इंडीजीन के आईपीओ के लिए दाखिल किए गए दस्तावेजों के अनुसार, कंपनी का राजस्व पिछले तीन वित्तीय वर्षों में स्थिर रूप से बढ़ा है।

वित्तीय वर्ष राजस्व (करोड़ में) वृद्धि (%)
2020-21 1,020 -
2021-22 1,305 28%
2022-23 1,566 20%

कंपनी ने वित्त वर्ष 23 में ₹1,566 करोड़ का राजस्व दर्ज किया, जो एक साल पहले की समान अवधि में ₹1,305 करोड़ था। यह मुख्य रूप से डिजिटल परिवर्तन पहल और नए उत्पादों की शुरुआत से प्रेरित था।

इंडीजीन का शुद्ध लाभ भी पिछले तीन वर्षों में लगातार बढ़ा है। वित्त वर्ष 21 में शुद्ध लाभ ₹145 करोड़ था, जो वित्त वर्ष 22 में बढ़कर ₹201 करोड़ और वित्त वर्ष 23 में ₹258 करोड़ हो गया।

इंडीजीन का भविष्य दृष्टिकोण

इंडीजीन का लक्ष्य अगले 3 से 5 वर्षों में अपने राजस्व को दोगुना करना है। कंपनी डिजिटल समाधानों में नवाचार और नए उत्पादों को लॉन्च करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसके अलावा इंडीजीन नए भौगोलिक क्षेत्रों में विस्तार और अधिग्रहण के अवसरों की भी तलाश कर रही है।

कंपनी की स्थिर वित्तीय स्थिति और नकदी प्रवाह भविष्य के विकास को बढ़ावा देने के लिए उपयोग किया जा सकता है। हेल्थकेयर और फार्मा उद्योग की मजबूत वृद्धि संभावनाओं को देखते हुए, इंडीजीन की डिजिटल क्षमताएं इसे बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी बनने में मदद कर सकती हैं।

कुल मिलाकर, इंडीजीन के शेयरों का प्रदर्शन निवेशकों और विश्लेषकों द्वारा करीब से देखा जा रहा है, जो कंपनी हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी क्षेत्र में चुनौतियों और अवसरों का सामना कैसे करेगी, यह देखने के लिए इंतजार कर रहे हैं। कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति और भविष्य की योजनाओं को देखते हुए, यह एक दीर्घकालिक निवेश के रूप में उभर सकती है।

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