सोमवार, 3 जून 2024 को भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक, सेंसेक्स और निफ्टी में भारी उछाल देखने को मिला। बीएसई सेंसेक्स में 1,950 अंकों की उछाल रही जिससे यह 75,911.54 पर पहुँच गया। वहीं, एनएसई निफ्टी में भी 636.10 अंकों की बढ़त रही जिससे यह 23,166.80 पर पहुंच गया। इस उछाल का मुख्य कारण चुनावों के परिणाम से पहले भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की निर्णायक जीत के पूर्वानुमान को माना जा रहा है।
भाजपा के संभावित विजय के कारण बाजार में आकर्षक निवेश का माहौल बना। वीके विजयकुमार, मुख्य निवेश रणनीतिकार, Geojit Financial Services के अनुसार, इस बढ़त ने बाजार की अस्थिरता को समाप्त कर दिया और निवेशकों के आत्मविश्वास को बढ़ावा दिया। उन्होंने बताया कि इस बढ़त में बड़े कैप स्टॉक्स जैसे वित्तीय, पूंजीगत सामान, ऑटोमोबाइल और दूरसंचार क्षेत्रों ने अहम भूमिका निभाई। शुक्रवार को रिपोर्ट की गई 8.2% जीडीपी वृद्धि ने भी इस इजाफे को समर्थन दिया है।
कोटक अल्टरनेट एसेट मैनेजर्स ने पूर्वानुमान व्यक्त किया है कि निफ्टी50 अगले एक वर्ष के भीतर 24,600 तक पहुंच सकता है। हालांकि, उन्होंने मध्य और छोटे-कैप स्टॉक्स में मौजूदा बाजार को 'froth' कहा और सावधान रहने की सलाह दी। विश्लेषकों का मानना है कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक, जो पहले शुद्ध विक्रेता थे, अब मजबूत जीडीपी वृद्धि, नियंत्रित मुद्रास्फीति और राजनीतिक स्थिरता के बीच खरीदार की भूमिका निभा सकते हैं।
अदानी पोर्ट्स और श्रीराम फाइनेंस ने इस बढ़त में प्रमुख भूमिका निभाई। अन्य उल्लेखनीय बढ़त वाले स्टॉक्स में अदानी पावर, पीएफसी, आईआरबी, आरईसी और पावर ग्रिड शामिल थे। दूसरी ओर, कुछ स्टॉक्स जैसे मार्क्सन्स, अरविंद, सुवेन फार्मा, गोदरेज फिलिप्स और न्यूजन में महत्वपूर्ण गिरावट दर्ज की गई।
श्रीराम फाइनेंस ने मल्टी-करेन्सी सोशल लोन उठाने की घोषणा की। ऑरोब indo फार्मा ने एक बायोसिमिलर ड्रग के लिए मार्केटिंग ऑथराइजेशन प्राप्त किया। वहीं, स्टील स्ट्रिप्स व्हील्स ने अपने शुद्ध टर्नओवर में गिरावट की जानकारी दी।
इस बाजार उछाल के साथ-साथ विभिन्न आर्थिक संकेतकों और डेटा में भी बदलाव देखा गया। भारत निक्की एसएंडपी मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई, अमेरिकी अप्रैल पीसीई और कोर पीसीई, और जर्मन फाइनल मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई जैसे संकेतक महत्वपूर्ण रहे। इन आर्थिक संकेतकों से मिले सकारात्मक संकेतों ने निवेशकों के विश्वास को और मजबूत किया।
कुल मिलाकर, 3 जून 2024 का दिन भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों के लिए खुशी लेकर आया। राजनीतिक स्थिरता, मजबूत आर्थिक ग्रोथ, और आशाजनक भविष्य के पूर्वानुमानों ने बाजार को एक नई दिशा दी। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने निवेश निर्णय को सोच-समझकर लें और बाजार के उतार-चढ़ाव पर नजर बनाए रखें।
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Vaneesha Krishnan
3 जून 2024वाह! आज के सेंसेक्स का धक्का देख के दिल खुश हो गया 😄
उत्साह का धागा जैसे सबके अंदर फूट रहा है, खासकर वो लोग जो इस मार्केट में नए हैं।
ऐसे टाइम में छोटी‑छोटी जीतों को सेलिब्रेट करना चाहिए, नहीं तो बोरियत में फँस जाते हैं।
पहले जैसा नॉस्टैल्जिया नहीं, बल्कि नई उम्मीदों की लहर है।
चलो, इस ऊर्जा को अपने पोर्टफ़ोलियो में भी लगाते हैं और साथ‑साथ दूसरों को भी मदद करते हैं।
Satya Pal
3 जून 2024अगर तू सोच रहा है कि ये सिर्फ राजनीति का झमेला है तो बिल्कुल गलती कर रहा है।
बाजार की गहराई में जलती हुई सच्चाई है: रीसर्च पर भरोसा करो, ना कि अफवाहों पर।
निफ्टी की उछाल सिर्फ़ अंकीय जुगाड़ नहीं, बल्कि एशिया की आर्थिक धागे की टेंशन है।
तो आगे भी बेताब मत हो, अपना डाटा सेट कर और डाइस मार ले।
Partho Roy
3 जून 2024देखो, आज की धारा में सारे चार्ट एक साथ खिंच रहे हैं।
इसी समय है जब निवेशक खुद को थोडा रीलैक्स कर सकते हैं।
लेकिन साथ ही समझदारी से अपना पोर्टफ़ोलियो देखना भी जरूरी है।
काफी लोग अभी भी पुराने साइकल्स को याद कर रहे हैं।
वो लोग जो नई टेक्नोलॉजी में कदम रखने को तैयार नहीं होते।
इस वजह से मार्केट में अधीरता दिखती है।
तो क्यों न हम सब मिलकर एक वैक्यूम बनायें जहाँ ब्रीद फ्री हो।
वो कंपनियां जैसे अदानी पोर्ट्स और श्रीराम फाइनेंस भी इस लहर में अपना पैर रखे हैं।
उनका एंट्री पॉइंट अभी भी काफी परिपक्व दिख रहा है।
लेकिन छोटे‑छोटे स्टॉक्स जैसे मार्क्सन्स और अरविंद अभी भी नीचे की ओर खींच रहे हैं।
इस सब का मतलब है कि बाजार में अभी भी बहुत वैरिएशन है।
इस वैरिएशन को सत्रह साल के अनुभव वाले लोग समझते हैं।
अगर आप अभी भी अनिश्चित हो तो एक बार अपने लक्ष्य को फिर से देख लो।
यकीनन ये आपको बेहतर दिशा दिखाएगा।
और सबसे ज़रूरी बात, अपना मन खुश रखो और बहुत ज्यादा तनाव न लो।
Ahmad Dala
3 जून 2024अरे भई, इस लम्बी दीर्घ वाक्यावली को पढ़कर ऐसा लगता है कि कोई दार्शनिक ग्रंथ खोल दिया हो।
हकीकत यह है कि बाजार की गली में हर कोई अपना रंग दिखा रहा है, पर कुछ ही लोग असली इंटेलिजेंस से इसे पढ़ पाते हैं।
उदाहरण के तौर पर अदानी पोर्ट्स की बढ़त सिर्फ़ आंकड़ों में नहीं, बल्कि उसकी रणनीतिक गहराई में है।
तो अगली बार जब आप कोई चार्ट देखेंगे, तो उसके पीछे की कथा को भी समझें, नहीं तो आप कागज के उस पर लिखे अक्षरों को ही देखेंगे।
RajAditya Das
3 जून 2024बाजार का खेल है, समझदार बनो 😎