आपका दिन अचानक बाढ़ या तेज़ बारिश से बिगड़ सकता है, लेकिन सही जानकारी होने से नुकसान कम हो जाता है। यहाँ हम भारत में हालिया प्राकृतिक आपदाओं की खबरें, सरकार के चेतावनी संदेश और आसान सुरक्षा टिप्स एक जगह इकट्ठा करते हैं। पढ़िए, समझिए और तैयार रहिये।
पिछले दो हफ़्तों में मध्य प्रदेश, दिल्ली और कई उत्तर-पूर्वी जिलों में भारी वर्षा हुई है। मौसम विभाग ने 11 जिलों में 4.5 इंच तक की बरसात का अनुमान लगाया और रेड अलर्ट जारी किया। इस वजह से कई जगह जलभराव, सड़क बंद और उड़ानों में देरी देखी गई। दिल्ली‑एनसीआर में भी तेज़ हवाओं के कारण एयरलाइंस ने यात्रियों को पहले चेक‑इन करने की सलाह दी है।
विचार यह नहीं कि बारिश सिर्फ पानी लाती है; बाढ़ आने से घरों, खेतों और व्यवसायों पर बड़ा असर पड़ता है। इसलिए स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी किए गए ‘स्ट्राइक अलर्ट’ या ‘रेड अलर्ट’ को नजरअंदाज न करें। अगर आपका क्षेत्र चेतावनी में है तो तुरंत अपने महत्वपूर्ण दस्तावेज़ सुरक्षित रखें और आपातकालीन किट तैयार रखें।
पहला कदम – सूचना पर भरोसा रखें। आधिकारिक मोबाइल ऐप, टीवी या रेडियो पर मौसम विभाग की अपडेट सुनें। दूसरा, घर में जलरोधक बैरियर्स लगाएँ और बेसमेंट को खाली रखें ताकि पानी जमा न हो सके। तीसरा, यदि आप निकटतम ऊँची जगह पर नहीं रहते तो एक सुरक्षित स्थान चुनें जहाँ आप अस्थायी रूप से रह सकें।
साथ ही, खाने‑पीने की चीज़ें, टॉर्च, बैटरियों और प्राथमिक चिकित्सा किट को तैयार रखें। इन चीज़ों का छोटा पैकेट हमेशा कार या बैकपैक में रखिए। यदि आप फसल वाले इलाके में रहते हैं तो खेत के किनारे पर जल निकासी की व्यवस्था पहले से देख लें; इससे फ़सल बचाने में मदद मिलती है।
घर में बिजली के उपकरणों को ऊँची सतह पर रखें और इलेक्ट्रिकल सॉकेट्स को कवर करके रखिए, ताकि पानी पहुँचने से शॉर्ट सर्किट न हो। यदि बाढ़ का खतरा बहुत ज़्यादा हो तो एलेवेटर या लिफ्ट का उपयोग न करें; सीढ़ियों से नीचे उतरना सुरक्षित रहता है।
अंत में याद रखें कि आपदा के बाद साफ‑सफ़ाई भी उतनी ही महत्वपूर्ण होती है। पानी हटाने के बाद गंदगी, कीट और बैक्टीरिया बढ़ सकते हैं। इसलिए घर को पूरी तरह धुलाई करें, भोजन का सही ढंग से भंडारण करें और अगर संभव हो तो स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में जाकर वैक्सीनेशन कराएँ।
प्राकृतिक आपदाओं के बारे में जानकारी पाना मुश्किल नहीं है—बस एक क्लिक दूर है। इस टैग पेज पर हम रोज़ नई अलर्ट, राहत उपाय और विशेषज्ञों की सलाह जोड़ते रहते हैं, ताकि आप हमेशा तैयार रहें। आगे भी ऐसे ही अपडेट्स के लिए हमारे साथ जुड़े रहें।
एशिया के इस वर्ष का सबसे शक्तिशाली तूफ़ान यागी, वियतनाम में भूमि पर आने के बाद कमजोर हो गया है, लेकिन इसके पीछे विनाश और जान-माल का नुकसान छोड़ गया है। तूफ़ान ने हाय फोंग और क्वांग निन्ह प्रांतों में भारी तबाही मचाई, जिससे 14 लोगों की मौत हुई और 176 लोग घायल हुए। राजधानी हनोई सहित विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएँ भी देखी गईं।
आगे पढ़ेंहिमाचल प्रदेश के मलाणा घाटी में एक गभीर बादल फटने की घटना से भारी नुकसान हुआ है। इस घटना के कारण मलाणा बांध का पानी उफान पर आ गया और क्षेत्र में भारी बाढ़ आ गई। कई घर और इन्फ्रास्ट्रक्चर टूट गए और कई निवासी फंसे हुए हैं। राहत कार्य जारी हैं। हिमाचल प्रदेश सरकार ने आपातकालीन सेवाओं और राहत टीमों को इलाके में तैनात किया है।
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