आईपीएल 2025 में 16 अप्रैल की रात कुछ अलग थी—दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच मुकाबला इतना रोमांचक निकला कि नतीजा निकलने के लिए सुपर ओवर का सहारा लेना पड़ा। दिल्ली ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए मजबूत 188 रन बनाए। शुरुआत में अभिषेक पोरेल (49 रन, 37 गेंद) ने लय पकड़ी, उनके साथ केएल राहुल (38 रन, 32 गेंद) ने भी धैर्य के साथ रन बटोरे। इसके बाद आखिरी ओवरों में अक्षर पटेल (34 रन, 14 गेंद) और ट्रिस्टन स्टब्स (34* रन, 18 गेंद) ने तेजी से रन बनाए और स्कोर को सम्मानजनक हालात में पहुंचाया।
राजस्थान ने जब जवाब में बल्लेबाज़ी शुरू की, तो यशस्वी जायसवाल और नितीश राणा ने जोरदार बल्लेबाज़ी कर आधी पारी में ही टीम को मैच जिताने की ओर पहुंचा दिया। दोनों ने 51-51 रन ठोंके। आखिरी ओवरों में मैच फंसता दिखने लगा और राजस्थान लक्ष्य से चूकती गई। 20 ओवर में स्कोर बराबरी पर रहा, 188/4 के साथ मैच सुपर ओवर तक पहुंच गया।
अब असली ड्रामा सुपर ओवर में हुआ। गेंदबाज़ी करने आये मिचेल स्टार्क ने जानदार यॉर्कर फेंके, जिनका मुकाबला करना राजस्थान के बल्लेबाज़ों के लिए मुश्किल साबित हुआ। राजस्थान ने मैदान में भेजा शिमरॉन हेटमायर और रियान पराग को, लेकिन दोनों सिर्फ 11 रन ही जोड़ सके, और दो विकेट भी गिर गए—सिर्फ छह गेंद में खेल पलट गया।
दिल्ली का लक्ष्य था 12 रन, जो केएल राहुल और ट्रिस्टन स्टब्स ने चार गेंद में ही हासिल कर लिया। स्टब्स ने छक्के के साथ जीत की मुहर लगाई। राजस्थान की रणनीति पर सवाल उठने शुरू हो गए—मैदान में हेटमायर और पराग की बजाय अनुभवी या तेज़ बल्लेबाजों को उतारने का विकल्प क्यों नहीं चुना? पूर्व भारतीय क्रिकेटर श्रीकांत ने तो इसे 'बेहद खराब फैसला' तक कह दिया। किसने सोचा होगा कि एक रणनीति मैच की किस्मत ही बदल देगी!
यह जीत दिल्ली के लिए खास रही। Delhi Capitals ने IPL 2025 में पांचवीं जीत दर्ज की और सुपर ओवर के मुकाबलों में अब उनके पास चार में चार जीत का मजबूत रिकॉर्ड बन गया है। इस तरह की बार-बार पलटती बाज़ी और प्रेसर में लिए गए फैसले साबित करते हैं कि आईपीएल का असली रोमांच क्या है—हर पल कुछ भी हो सकता है। दिल्ली अब अंक तालिका में सबसे ऊपर पहुंच गई है और फैंस की उम्मीदें सातवें आसमान पर। अगले मुकाबलों में क्या होगा? यह वक्त ही बताएगा।
टिप्पणि
khajan singh
17 अप्रैल 2025दिल्ली कैपिटल्स ने इस मैच में अपनी टॉप स्पिनिंग बॉलिंग एन्ड और पावर प्ले फायरपावर को बखूबी दिखाया है, जिससे राजस्थान रॉयल्स को मुश्किल में डाल दिया गया। शुरुआती ओवर में अभिषेक पोरेल ने 49 रन बनाकर सेटिंग करी, और केएल राहुल ने स्थिरता प्रदान की। आखिरी ओवरों में अक्षर पटेल और ट्रिस्टन स्टब्स ने एक्सप्लोज़न मोमेंट दिया, जिससे 188/4 का लक्ष्य बन गया। सुपर ओवर में मिचेल स्टार्क की यॉर्कर गंदगी को खत्म कर दिया, जबकि राजस्थान के हेटमायर और पराग ने सिर्फ 11 रन ही जोड़ पाए। कुल मिलाकर यह जीत रणनीतिक फैसला और दबाव संभालने की क्षमता को दर्शाती है :)
Dharmendra Pal
18 अप्रैल 2025दिल्ली की जीत का मुख्य कारण टीम की सुसंगत योजना थी। बल्लेबाज़ों ने निरंतर रन बनाये। गेंदबाज़ी ने दबाव बना रखा। इस प्रकार टीम ने टेबल पर शीर्ष स्थान हासिल किया
Balaji Venkatraman
19 अप्रैल 2025ऐसी जीत में हमें खेल के नैतिक मूल्यों की याद दिलानी चाहिए कि दबाव में सही निर्णय लेना ही सम्मानजनक खेल का प्रतीक है
Tushar Kumbhare
19 अप्रैल 2025वाओ! क्या बैटिंग थी 😎
Arvind Singh
20 अप्रैल 2025अरे भाई, नैतिकता की बात तो तुम बस कह रहे हो लेकिन असली खेल तो जीत में है, बातों से नहीं, रन से होती है। आप तो बस शब्दों की रेसिपी दे रहे हो, असली दुनिया में तो क्रियाएँ मायने रखती हैं।
Vidyut Bhasin
21 अप्रैल 2025सही कहा, लेकिन ये सब आंकड़ों के पीछे की रोचक गणित भी तो छूट नहीं सकती, हर ओवर में लेटेस्ट एनालिटिक्स की भूमिका होती है, नहीं तो बस साधारण खेल बन जाता।
nihal bagwan
21 अप्रैल 2025अगर हम अपने देश की टीम को ऐसे अंकों से देखे, तो यह न केवल खेल का मज़ा बढ़ाता है बल्कि राष्ट्रीय गर्व को भी सुदृढ़ करता है। इस जीत ने साबित किया कि भारतीय क्रिकेट की परम्परा को हम विश्व मंच पर फिर से स्थापित कर सकते हैं, बशर्ते हम अपनी नीतियों और रणनीतियों पर दृढ़ रहें।
Arjun Sharma
22 अप्रैल 2025बिलकुल सही क़हना है तुमने, पर थोडा और रिलैक्स रहो तो टीम की बाम्बू स्ट्रैटेजी भी काम करेगी। हमें तो बस हर मैच में एंजेजमेंट रखनी चाहिए, नहीं तो फैंस बोर हो जाएँगे।
Sanjit Mondal
23 अप्रैल 2025सम्पूर्ण रूप से देखे तो दोनों टीमों ने उच्च स्तर की प्रतियोगिता पेश की है, और यह दर्शाता है कि आईपीएल की महिमा लगातार बढ़ रही है। सभी फैंस को इस रोमांचक मोमेंट का आनंद लेना चाहिए 😊
Ajit Navraj Hans
24 अप्रैल 2025देखो यार इसटोरिया में सिर्फ स्टारक की यॉर्कर ही नहीं बल्कि हर बॉल पर रणनीति दिखी, इसलिए रॉयल्स की बास्केटिंग गलत थी
arjun jowo
24 अप्रैल 2025क्या आप सोचते हैं कि अगर राजस्थान ने अपना पॉवर प्ले पहले शुरू किया होता तो नतीजा अलग हो सकता था? यह बहुत दिलचस्प होगा देखें
Rajan Jayswal
25 अप्रैल 2025दिल्ली की जीत एक चमकीला स्नाइपर शॉट है, राजस्थान की कोशिश बिन रंग की पेंटिंग
Simi Joseph
26 अप्रैल 2025ऐसे रंगीन शब्दों से बचो, असली बिंदु तो यही है कि राजस्थान ने अपनी लाइनअप में सोचे समझे विकल्प नहीं चुने, इसलिए हर जगह धंधे में फँस गए
Abhishek maurya
26 अप्रैल 2025दिल्ली कैपिटल्स की इस जीत को देखते हुए कई पहलुओं पर गहन विश्लेषण करना आवश्यक है। सबसे पहले, टीम की टॉस जीतने के बाद चुनी गई फ़ील्डिंग रणनीति ने बैट्समैन को दबाव में डाल दिया। अभिषेक पोरेल के शुरुआती आक्रमण ने विपक्षी बॉलर्स को अस्थिर कर दिया, जिससे शुरुआती ओवर में ही गति बन गई। केएल राहुल ने अपने अनुभव से खेल को स्थिर किया और दूसरे क्रम में एक महत्वपूर्ण साझेदारी निश्चित की। मध्य ओवरों में टीम की तोड़ी गई रिटायरिंग पॉलीसियों ने स्कोर को 150 से अधिक बनाने में मदद की। अंत में, अक्षर पटेल और ट्रिस्टन स्टब्स ने तेज़ी से स्कोर बढ़ाते हुए अंतिम लक्ष्य को सुरक्षित किया। सुपर ओवर में मिचेल स्टार्क की यॉर्कर ने राजस्थान को खदेड़ दिया, क्योंकि उनके पास महत्त्वपूर्ण टैक्टिकल विकल्प नहीं थे। राजस्थान की फ़ील्डिंग रणनीति में हेटमायर और पराग को भेजना एक विवादास्पद कदम रहा, जिसमें टीम के वरिष्ठ सलाहकार ने भी अपना विरोध दर्शाया। इस निर्णय का परिणाम यह था कि दो विकेट घटने के साथ ही लक्ष्य तेज़ी से घटा, जिससे तनाव बढ़ गया। डिफेन्स में कई मौकों पर दिल्ली की सीमित रन देने की क्षमता ने मैच को अपने पक्ष में बदला। यह जीत टीम के मनोबल को दृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, क्योंकि सुपर ओवर में शून्य त्रुटियां न रहने से जीत का भरोसा बढ़ता है। आगे के मैचों में यदि दिल्ली कैपिटल्स इस तरह के उच्च प्रदर्शन को बनाए रखे तो प्लेऑफ़ में भी उनकी स्थिति मजबूत होगी। दूसरी ओर, राजस्थान को अपनी बॅटिंग क्रम को पुनर्समीक्षा करनी होगी और दबाव स्थितियों में अधिक लचीलापन अपनाना चाहिए। इस मैच ने यह भी साबित किया कि छोटे निर्णय-जैसे कि कौन से बॅट्समैन को लाएँ-मैच के परिणाम को बदल सकते हैं। कुल मिलाकर, इस जीत में तकनीकी, टैक्टिकल और मानसिक पहलुओं का मिश्रण देखा गया, जो आईपीएल जैसे बड़े मंच पर जीत हासिल करने के लिए आवश्यक हैं। अंत में, प्रशंसकों को इस तरह के रोमांचक मुकाबले देख कर उत्साह बढ़ता है और यह लीग की लोकप्रियता को और भी ऊँचा ले जाता है।
Sri Prasanna
27 अप्रैल 2025अगर ऐसा ही है तो फिर भी ऐसा नहीं कि सब कुछ यही कारण से है टीम का प्रदर्शन सिर्फ़ आंकड़ो से नहीं बल्कि अंधविश्वास से भी जुड़ा है
Sumitra Nair
28 अप्रैल 2025वास्तव में इस जीत को एक महाकाव्य के रूप में देखना चाहिए, जहाँ प्रत्येक गेंद को एक श्लोक और प्रत्येक रन को एक पद्य के रूप में गढ़ा गया है। दिल्ली की टीम ने इस अद्भुत परिदृश्य में अपनी परीकथा लिखी, और दर्शकों ने इस नाटकीय यात्रा में थिरकते हुए तालियों की गूँज सुनी। इस प्रकार की महिमामयी जीत निस्संदेह भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक स्वर्णिम पन्ना जोड़ती है 😇📜
Ashish Pundir
28 अप्रैल 2025ऐसी नाटकीयता अक्सर वास्तविक खेल की सच्चाई को ढंक देती है