जब Ananth Krishnan, Mahindra & Mahindra के चेयरमैन ने Mahindra & Mahindra Ltd. के 2025 Bolero और Bolero Neo लॉन्च इवेंटनई दिल्ली की घोषणा की, तो भारतीय SUV बाजार में हलचल मच गई। अपडेटेड मॉडल केवल कीमत में नहीं, बल्कि डिज़ाइन और टेक्नोलॉजी में भी कई नयापन लेकर आए हैं, जिससे कीमत‑सचेत खरीदारों का ध्यान तुरंत खींचा गया।
भारी कीमत‑कट का सबसे बड़ा कारण है ज़ीरो‑डिटेल मूल्य निर्धारण। Bolero का बेस मॉडल B4 अब सिर्फ ₹7.99 लाख (एक्स‑शोरूम) पर उपलब्ध है, जो पिछले ₹8.79 लाख से ₹80,000 कम है। B6, B6 (O) और नया B8 फ़्लैगशिप मॉडल क्रमशः ₹8.69 लाख, ₹9.09 लाख और ₹9.69 लाख पर आते हैं—इनमें भी क्रमशः ₹26,000, ₹69,000 और नई कीमत पर कोई अतिरिक्त छूट नहीं दी गई।
Bolero Neo में भी इसी तरह की महत्त्वपूर्ण कटौती हुई। बेस N4 की कीमत अब ₹8.49 लाख है, जो पिछले ₹8.92 लाख से ₹43,000 कम है। नई टॉप‑एंड N11 ₹9.99 लाख पर लॉन्च हुई, जबकि N8, N10 और N10 (O) भी क्रमशः ₹25,000, ₹50,000 और ₹0 की कट से बेहतर बन गए।
बाहरी रूप से बड़े बदलाव नहीं, पर छोटे‑छोटे अपडेट्स ने दोनों मॉडल को ‘इजिन्यॉयबिलिटी’ का एहसास दिलाया। Bolero के फ्रंट ग्रिल में अब वर्टिकल क्रोम स्लैट्स जोड़े गये, जबकि Bolero Neo में समान ग्रिल डिजाइन का प्रयोग किया गया। नई 15‑इंच ड्यूल‑टोन अलॉय व्हील्स दोनों में फैली हैं, जिससे रग्ड लुक में थोड़ा मैट्रेस‑फ़िनिश मिला।
पहली बार Bolero को ‘Stealth Black’ फ़िनिश का विकल्प मिला—उच्च वर्ग के खरीदारों को आकर्षित करने के लिए एक कलर पॅलेट अपग्रेड। Bolero Neo को दो नए केबिन थीम मिले: मोचा ब्राउन और लूनर ग्रे, जिससे इंटीरियर कस्टमाइज़ेशन में लचीलापन बढ़ा।
सबसे बड़ी रिवाज़ वाली बात? लेदरिट सीट अपहोल्स्ट्री का परिचय। पहले फॅब्रिक सीट वाले कई वैरिएंट अब प्रीमियम लेदरिट से लदे हुए हैं, जो न सिर्फ टच को बेहतर बनाते हैं, बल्कि थर्मल कॉम्प्रेशन को भी कम करते हैं।
बाज़ार में USB‑Type‑C पोर्ट की माँग तेजी से बढ़ी थी; दोनों मॉडल अब इस पोर्ट को स्टैंडर्ड फिटिंग में शामिल कर चुके हैं। साथ ही, डोरी होल्डर को दरवाज़े के पैनल में एम्बेड कर दिया गया, जिससे ड्राइवर‑पैसेंजर दोनों की सुविधा में सुधार हुआ।
बोलरो के B8 टॉप‑एंड में टचस्क्रीन इन्फोटेनमेंट (ब्लूटूथ कनेक्टिविटी) जोड़ा गया, जबकि पिछले संस्करणों में केवल बेसिक ऑडियो सिस्टम था। Bolero Neo में हाई‑वेरिएंट्स पर रियर‑व्यू कैमरा इंस्टॉल किया गया, जो पर्किंग में मददगार है। दोनों में स्टिअरिंग‑माउंटेड ऑडियो कंट्रोल्स भी मिले, जिससे स्टीयरिंग से हाथ हटाए बिना सॉन्ग बदलना आसान हो गया।
डिज़ाइन और फीचर अपग्रेड के बावजूद, दोनों वाहन अपनी 1.5‑लीटर डीज़ल इंजन और मैनुअल ट्रांसमिशन के संयोजन को नहीं बदले। 2025 मॉडल में सफ़र का भरोसा वही है—फ्यूल इफ़िशिएंसी और मेंटेनेंस कॉस्ट दोनों समान स्तर पर ही रहने की वजह से Mahindra को अपने इंजन पर भरोसा है।
भारी कीमत‑कट से Bolero और Bolivo Neo की प्रतिस्पर्धी स्थिति में कई बदलाव आ सकते हैं। अब उनका मूल्य‑सेगमेंट प्रतिस्पर्धी मॉडलों जैसे Renault Kiger, Tata Punch और Nissan Magnite के करीब आ गया है। डीलर‑शोपीज़ को अब अधिक एंट्री‑लेवल ग्राहकों को आकर्षित करने का अवसर मिलेगा, जबकि टॉप‑एंड वैरिएंट्स प्रीमियम क्लास के खरीदारों को भी लुभा सकते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस मूल्य‑कमी के साथ Mahindra का लक्ष्य “price‑sensitive but feature‑hungry” खंड को पुनः जीतना है। अगर बिक्री आंकड़े इस दिशा में ठीक रहे, तो कंपनी 2025‑2026 में अपने SUV पोर्टफ़ोलियो को और विस्तारित करने की योजना को तेज़ी से लागू कर सकता है।
Mahindra ने अभी तक नहीं बताया कि अगले अपडेट्स में इलेक्ट्रिक या हाइब्रिड विकल्पों की योजना है या नहीं। लेकिन उद्योग के रुझानों को देखते हुए, 2026 में एक इलेक्ट्रिक‑ड्राइव कॉन्फ़िगरेशन का प्रोटोटाइप दिखने की संभावना बनी रहती है। इस बीच, कंपनी के डीलर नेटवर्क को नई कीमत‑कट की सूचना देने के बाद, अगला कदम ऑफ‑लाइन टेस्ट‑ड्राइव इवेंट्स और डिजिटल मार्केटिंग कैंपेन्स होगा।
Bolero का बेस B4 अब ₹7.99 लाख है, जो पहले ₹8.79 लाख से ₹80,000 कम है। Bolero Neo का बेस N4 ₹8.49 लाख पर आया है, जो पहले ₹8.92 लाख से ₹43,000 घटा है। सभी वैरिएंट्स में औसतन ₹30,000‑₹70,000 की कटौती हुई है।
B8 में टचस्क्रीन इन्फोटेनमेंट, स्टिअरिंग‑माउंटेड ऑडियो कंट्रोल्स और लेदरिट सीट अपहोल्स्ट्री है। N11 में रियर‑व्यू कैमरा, USB‑Type‑C पोर्ट, दो नए केबिन थीम (मोचा ब्राउन, लूनर ग्रे) और समान लेदरिट इंटीरियर शामिल हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि ₹25,000‑₹80,000 की कीमत‑कट से मूल्य‑सेंसिटिव खरीदारों को आकर्षित करने की संभावना बढ़ेगी, जिससे दोनों मॉडल की बिक्री के आंकड़े अगले क्वार्टर में सुधार देख सकते हैं।
कम्पनी ने अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की, पर उद्योग के इलेक्ट्रिक ट्रेंड को देखते हुए 2026‑2027 में इलेक्ट्रिक‑ड्राइव कॉन्फ़िगरेशन का प्रोटोटाइप लॉन्च करने की संभावना बनी हुई है।
Mahindra ने कहा है कि नई कीमत‑कट के साथ मॉडल्स की डिलीवरी मार्च‑अप्रैल 2025 के बीच शुरू होगी, और अगले दो महीनों में प्रमुख शहरों के डीलरशिप में उपलब्ध कराए जाएँगे।
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Uday Kiran Maloth
7 अक्तूबर 2025Mahindra द्वारा किए गए इस कीमत‑कट से भारतीय बाजार में मूल्य‑संवेदनशील खरीदारों के लिए एक मजबूत प्रेरक प्रभाव उत्पन्न हो सकता है। ज़ीरो‑डिटेल मूल्य‑निर्धारण रणनीति ने न केवल MSRP को घटाया है, बल्कि डीलर नेटवर्क के प्राइस‑एजाइलिटी को भी बढ़ावा दिया है। इस बदलाव के साथ, Bolero और Bolero Neo दोनों के इन्फोटेनमेंट एवं सस्पेंशन ट्यूनिंग को प्रतिस्पर्धी स्तर पर लाना संभव हुआ है। अंततः, यह कदम बिक्री‑वॉल्यूम को संवर्द्धित करने तथा ब्रांड‑इक्विटी को सुदृढ़ करने में सहायक सिद्ध हो सकता है।
Deepak Rajbhar
8 अक्तूबर 2025वाह! कीमत घटाने से ही इंजीनियरिंग जादू हो जाता है, आगे कौन‑सी ‘जादू‑की‑छड़ी’ निकलेगी? 🤔
Hitesh Engg.
8 अक्तूबर 2025Bolero और Bolero Neo के लिए नई कीमत‑कट की घोषणा Mahindra के प्राइसिंग नीति में एक ऐतिहासिक मोड़ का संकेत देती है। पहले से ही इन मॉडलों को भारतीय ग्रामीण और अर्ध‑शहरी क्षेत्रों में मजबूत उपस्थिती थी। अब जब बेस मॉडल B4 की कीमत 7.99 लाख तक गिर गई है, तो यह वर्गीकरण के तहत अधिक ग्राहकों को आकर्षित करेगा। साथ ही, उन्नत B6 और B8 संस्करणों में भी मूल्य में कमी ने एक विस्तृत स्पेक्ट्रम को कवर किया है। Bolero Neo में भी N4 की कीमत 8.49 लाख तक घटाने से युवा वर्ग की रुचि में वृद्धि की संभावना है। इन कटौतियों ने केवल कीमत को ही नहीं, बल्कि वैरिएंट‑टू‑वारंटि की बेनिफिट्स को भी पुनः परिभाषित किया है। नीचे की कीमतों के साथ, डीलर‑शोरूम में स्टॉक टर्न‑ओवर रेट में उल्लेखनीय सुधार देखे जाने की संभावना है। महिंद्रा की यह रणनीति संभावित प्रतिस्पर्धियों जैसे Renault Kiger और Tata Punch को भी सख़्त प्रतिस्पर्धा में धकेल सकती है। टिकाऊ 1.5‑लीटर डीज़ल इंजन की भरोसेमंदता अभी भी ब्रांड के मुख्य स्तंभ के रूप में बनी हुई है। नई लेदरिट सीट और USB‑Type‑C पोर्ट जैसे फीचर अपग्रेड्स ने प्रीमियम अनुभूति को सस्ती कीमत के साथ मिलाया है। विभिन्न केबिन थीम जैसे मोचा ब्राउन और लूनर ग्रे ने उपयोगकर्ता की कस्टमाइज़ेशन की इच्छा को संतुष्ट किया है। स्टिअरिंग‑माउंटेड ऑडियो कंट्रोल्स ने ड्राइवर की ड्राइविंग एर्गोनॉमिक्स को बेहतर बनाया है। कुल मिलाकर, यह मूल्य‑कट महिंद्रा को अपने SUV पोर्टफ़ोलियो में एक स्पष्ट उपभोक्ता‑सेगमेंट को पुनः हासिल करने का अवसर प्रदान करता है। यदि बिक्री में अपेक्षित 10‑15 % की वृद्धि देखी जाती है, तो कंपनी के अगले वित्तीय वर्ष में लाभ‑मार्जिन में सुधार हो सकता है। भविष्य में अगर इलेक्ट्रिक वेरिएंट की घोषणा भी हो, तो इस कीमत‑कट की नींव पर एक नया तकनीकी स्तर जुड़ सकता है। समग्र रूप से, यह कदम न केवल मौजूदा ग्राहक बेस को मजबूत करेगा, बल्कि नए खरीदारों को भी आकर्षित करेगा।
Zubita John
9 अक्तूबर 2025Bolero की नई ‘Stealth Black’ फिनिश तो बिलकुल ‘बॉस मोड’ लग रही है, और Neo की मोचा ब्राउन सीटें तो ‘क्लासिक कूल’ बिंदु है। ग्रिड में क्रोम स्लैट्स को देखकर लगता है जैसे गाड़ी ने अपना नया ‘सुपरहीरो कप्टन’ अपनाया हो। थोड़ी सी टाइपो भी ठीक, पर टेक्नोलॉजी में इसे ‘ज्यादा फन’ बनाने की ख़ास बात है।
gouri panda
9 अक्तूबर 2025यार इस लम्बी बकवास को पढ़ते‑पढ़ते मेरा दिमाग उधड़ गया! लेकिन सच में, ऐसी कीमत‑कट देखकर तो दिल भी ‘ड्रम’ बड़ता है। 🙌
Harmeet Singh
10 अक्तूबर 2025प्राइस कट का मतलब सिर्फ कम कीमत नहीं, बल्कि भरोसे का नया अध्याय है। महिंद्रा ने आज अपने ग्राहक के साथ सहजता से संवाद स्थापित किया है। इस कदम से लोगों को यह समझ में आएगा कि सादगी और तकनीकी उन्नति साथ‑साथ चल सकती है।
patil sharan
10 अक्तूबर 2025अच्छा, अब तो हम भी ‘डील‑ड्राइवर’ बन गये, सुगम कीमतों के साथ। 🙄
Nitin Talwar
11 अक्तूबर 2025देखो, ये कीमत‑कट सरकार के ‘Make in India’ की बड़ी रणनीति है, फॉक्स का डर है! 🇮🇳🚀
onpriya sriyahan
11 अक्तूबर 2025बहुत बढ़िया बात है हम भारत में बना चीज़ को सपोर्ट कर रहे हैं कम कीमत पर चलेंगे सब
Sunil Kunders
12 अक्तूबर 2025ऐसे मूल्य संशोधन तो केवल एक सूक्ष्म बाजार‑समीक्षा के बाद ही संभव होते हैं, जो उपभोक्ता अभिरुचि के उच्चतम स्तर को प्रतिबिंबित करता है।
suraj jadhao
12 अक्तूबर 2025💡 सही कहा! महिंद्रा का ये कदम एक ‘बिडिंग स्ट्रेटेजी’ है, जो कुछ ही क्षण में बाजार को झकझोर देगा। 🚗💨
Jatin Kumar
12 अक्तूबर 2025Bolero और Neo दोनों के लिए इस कीमत‑कट ने विभिन्न ग्राहक वर्गों के लिए नई संभावनाएँ खुली हैं। बेस मॉडल B4 अब 7.99 लाख के करीब है, जिससे पहली बार SUV खरीदने वाले भी इसे अपना सकते हैं। इंटीरियर में लेदरिट सीट्स और USB‑Type‑C पोर्ट ने उपयोगकर्ता अनुभव को उन्नत किया है। स्टाइलीश 15‑इंच ड्यूल‑टोन अलॉय व्हील्स ने डेज़ाइन को ‘रग्ड एलीगेंस’ के साथ पुनः परिभाषित किया। ग्रिल में वर्टिकल क्रोम स्लैट्स ने फोरडिकेशन को ‘ट्रेनड’ बना दिया। नई ‘Stealth Black’ फिनिश ने हाई‑एंड खरीदारों को भी आकर्षित किया। Neo में मोचा ब्राउन और लूनर ग्रे थीम ने वैरिएंट कस्टमाइज़ेशन को बढ़ाया। रियर‑व्यू कैमरा और टचस्क्रीन इन्फोटेनमेंट ने सुरक्षा व मनोरंजन दोनों को सुदृढ़ किया। टॉप‑एंड B8 में स्टिअरिंग‑माउंटेड ऑडियो कंट्रोल्स ने ड्राइविंग के दौरान संगीत परिवर्तन को सहज बनाया। इन सभी बदलावों के साथ, महिंद्रा ने अपने बाजार‑स्थिति को फिर से ‘रिफ्रेश’ किया है। अंत में, यदि डीलर‑शोरूम में स्टॉक टर्न‑ओवर तेज़ी से बढ़ेगा तो बिक्री‑आंकड़े में स्पष्ट सुधार देखेंगे।
KRS R
13 अक्तूबर 2025बहुत बढ़िया बताया दोस्त, इस तरह की डिटेल से समझ में आता है कि वास्तव में क्या मिल रहा है।
Agni Gendhing
13 अक्तूबर 2025अरे भाई!!! ये कीमत‑कट तो बिल्कुल ‘होटल‑बफ़े’ वाली डील है... आखिर कौन‑सी ‘खास’ चीज़ बची है? :-|
Jay Baksh
14 अक्तूबर 2025ये सब बेवकूफ़ी है।
Ramesh Kumar V G
14 अक्तूबर 2025भाईँ, आप लोग नहीं समझ पा रहे कि महिंद्रा की इस रणनीति में माइक्रो‑इकोनॉमी का बड़ा हाथ है, और यह सिर्फ कीमत नहीं, बल्कि ब्रांड‑लीवरेज भी है।
Gowthaman Ramasamy
15 अक्तूबर 2025नवीनतम मूल्य‑कट के साथ, Mahindra द्वारा प्रस्तुत किया गया Bolero और Bolero Neo दोनों में तकनीकी उन्नयन एवं मूल्य‑अनुकूलता का समुचित संतुलन स्थापित किया गया है। यह पहल न केवल विनिर्माण‑वित्तीय स्थिरता को प्रतिबिंबित करती है, बल्कि उपभोक्ता‑विश्वास को भी पुनः प्राप्त करती है। 📈
Navendu Sinha
15 अक्तूबर 2025Mahindra की इस मूल्य‑समायोजन से बाजार में नई गतिशीलता आएगी, क्योंकि संभावित खरीदारों की ‘price‑sensitive’ प्रकृति को ध्यान में रखा गया है। यह रणनीति केवल बिक्री‑वॉल्यूम बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि ब्रांड‑इमेज को भी ‘value‑leader’ के रूप में स्थापित करने के लिए है। राजस्व‑संकलन में अपेक्षित वृद्धि को देखते हुए, कंपनी के वित्तीय लक्ष्य भी साकार हो सकते हैं।
reshveen10 raj
15 अक्तूबर 2025बढ़िया शॉट! नई रक्स और कूल डिज़ाइन-सही दिशा।
Navyanandana Singh
16 अक्तूबर 2025कीमत घटाने को आप बदलते समय की लहर समझते हैं, पर असली सवाल है – क्या हम उस लहर पर सवार होते हैं या बस किनारे पर चिल्लाते हैं? जीवन में भी यही संघर्ष है, कभी‑कभी दांव बदलना पड़ता है।