7 दिसंबर, 2024 को प्रीमियर लीग के एक बेहद रोमांचक मुकाबले में मैनचेस्टर यूनाइटेड नॉटिंघम फॉरेस्ट के खिलाफ 3-2 से हार गई। यह मैच स्टॉर्म डाराह की कठोर परिस्थितियों में खेला गया था। ओल्ड ट्रैफर्ड में मैच की शुरुआत भावनात्मक माहौल में हुई जब काथ फिप्स को श्रद्धांजलि देते हुए दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से स्टेडियम गूंंजा दिया। यूनाइटेड के कोच रुबेन एमोरीम ने इस मैच के लिए टीम में चार प्रमुख बदलाव किए थे। इस बदलाव में समर साइनिंग लेनी योरो की पहली शुरुआत और कोबी मेइनू और लिसांद्रो मार्टिनेज का निलंबन से वापसी शामिल थी। खास बात यह रही कि लिसांद्रो का यह 50वां प्रीमियर लीग मुकाबला था।
शुरुआती दो मिनट में ही नॉटिंघम फॉरेस्ट ने निकोला मिलेनकोविक के हेडर के जरिए बढ़त बना ली। यूनाइटेड की टीम ने तीव्रता से वापसी की और 18वें मिनट में रासमूस होजलुंड की बदौलत स्कोर बराबरी पर ला खड़ा किया। पहले हाफ में दोनों टीमों ने बढ़-चढ़कर प्रदर्शन किया और गोल करने के प्रयास किए, जिसमें जोटा सिल्वा और ब्रूनो फर्नांडिज़ का लगभग गोल होने वाला था लेकिन वे वुडवर्क में फिट हो गए।
दूसरे हाफ की शुरुआत भी इसी तरह से हुई जिसमें फॉरेस्ट ने तेजी से दो गोल कर टीम को बढ़त दिलाई। मोर्गन गिब्ब्स-व्हाइट ने 47वें मिनट में आंद्रे ओनाना को एक कुशल शॉट के साथ मात दी, जिसके बाद 7 मिनट बाद क्रिस वुड ने अपनी हेडर से बढ़त को दोगुना कर दिया। यह उनके लिए एक खास मौका था क्योंकि उन्होंने क्लब के इतिहास में सबसे अधिक प्रीमियर लीग गोल का रिकॉर्ड बना डाला।
यूनाइटेड ने अपने कप्तान ब्रूनो फर्नांडिज़ की बदौलत मैच के 61वें मिनट में एक गोल खींचा। अमद डियालो ने एक अद्भुत सेटअप के साथ उन्हें गोल करने का अवसर दिया। मैच में देर तक बराबरी का प्रयास जारी रहा लेकिन नॉटिंघम फॉरेस्ट ने अपना मजबूत प्रहार बनाए रखा और 3-2 जीत हासिल कर ली।
यह मैनचेस्टर यूनाइटेड की लगातार दूसरी हार थी, क्योंकि वे मध्य सप्ताह में आर्सेनल से भी 2-0 से पराजित हुए थे। 73,778 दर्शकों की उपस्थिति में समाप्त हुआ यह मैच कई यूनाइटेड के खिलाड़ियों के प्रदर्शन के लिए महत्वपूर्ण था, जिसमें ओनाना, योरो, द लिट, मार्टिनेज, अमद, उगर्टे, मेनू, डालोट, फर्नांडिज़, गर्नाचो, और होजलुंड शामिल थे, जबकि फॉरेस्ट ने सेल्स, ऐना, मिलेनकोविक, मुरिलो, विलियम्स, एंडरसन, येट्स, हडसन-ओडोई, गिब्ब्स-व्हाइट, जोटा सिल्वा, और वुड के साथ कदम रखा था।
इस हार के बाद मैनचेस्टर यूनाइटेड के लिए योजनाओं में बदलाव की संभावना है। यूनाइटेड के समर्थकों के लिए यह समय आत्ममंथन का है क्योंकि टीम को पुराने प्रदर्शन में सुधार करने की आवश्यकता है। कोचिंग स्टाफ के लिए चुनौती यह है कि कैसे वे खिलाड़ियों को प्रेरित करेंगे और टीम की रणनीति में आवश्यक बदलाव करेंगे। प्रीमियर लीग स्पर्धा में जीवित रहने के लिए भविष्य में होने वाले मुकाबलों में अधिक मेहनत करनी होगी।
फुटबॉल के इस खेल में कभी भी किसी को कम नहीं आकांआ जा सकता। जहां हार होती है, वहीं सुधार और प्रगति की भी संभावना संगठनों और खिलाड़ियों के लिए होती है। यूनाइटेड के फैंस को इस हार के बावजूद हौसला बनाए रखना होगा और अपनी टीम का समर्थन करते रहना होगा, क्योंकि हमेशा उन्नति के रास्ते बचे होते हैं।
आगामी मुकाबलों में टीम की सफलता को सुनिश्चित करने के लिए मैनचेस्टर यूनाइटेड की टीम को कड़ी मेहनत व सुधार करना होगा। खिलाड़ियों को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार रहना होगा ताकि वे अगले चैलेंज में मजबूती से खड़े हो सकें। कोचों को टीम के हर सदस्य की क्षमताओं को पहचानना होगा और उन्हीं के अनुसार खेल योजनाएं बनानी होगी।
ऐसी स्थिति में, प्रेरणादायक टीम टॉक्स, अंतःकरण शुद्धिकरण और आत्मनिरीक्षण से यूनाइटेड टीम को नया हौंसला मिल सकता है। सही दिशा में प्रयास और आत्मविश्वास के साथ, आने वाले मैचों में वे बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि टीम को सामूहिकता और रणनीतिक समझौते के साथ मैदान पर उतरना होगा।
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