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सुनिल छेत्री ने भारत-कुवैत महत्वपूर्ण मुकाबले पर जोर दिया, रिटायरमेंट की पूर्व संध्या पर
अभिनव निर्मल

अभिनव निर्मल

भारत-कुवैत महत्वपूर्ण मुकाबला और सुनिल छेत्री का संन्यास

भारतीय फुटबॉल के प्रशंसकों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है कि सुनिल छेत्री, जिन्हें भारतीय फुटबॉल का महानायक माना जाता है, ने अपने संन्यास की घोषणा कर दी है। 6 जून को कुवैत के खिलाफ होने वाला मैच उनके अंतर्राष्ट्रीय करियर का अंतिम मैच होगा। यह महत्वपूर्ण मुकाबला भारतीय फुटबॉल टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इस मैच में जीत से भारत की 2026 फीफा विश्व कप क्वालीफायर के तीसरे दौर में जगह पक्की हो सकती है।

सुनिल छेत्री ने इस मौके पर अपने संन्यास की बात को पीछे छोड़ते हुए टीम की जीत और इस महत्वपूर्ण मुकाबले पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा, 'अभी ध्यान केवल इस मुकाबले पर है। हमें इसे जीतना ही होगा, ताकि हम तीसरे दौर में अपने स्थान को सुनिश्चित कर सकें।' छेत्री ने स्पष्ट किया कि भारतीय टीम पहले से ही इस चुनौती के लिए तैयार है और उन्होंने लंबे समय तक अभ्यास कैंप का महत्व भी बताया।

टीम की तैयारी और छेत्री का समर्थन

सुनिल छेत्री ने कहा कि उनकी टीम ने इस मुकाबले के लिए कड़ी मेहनत की है और सभी खिलाड़ी पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने बताया कि एक लंबा कैंप आयोजित करने का निर्णय काफी महत्वपूर्ण था, जिससे टीम को सभी जरूरी बारीकियों पर काम करने का समय मिला। उन्होंने खिलाड़ियों को अपने अनुभव साझा करते हुए मानसिक और शारीरिक मजबूती पर जोर दिया।

छेत्री ने यह भी बताया कि उनके संन्यास के बाद वह एक समर्थक के रूप में टीम का समर्थन करते रहेंगे और हर जगह टीम के साथ रहेंगे। उन्होंने भावुक होकर कहा, 'मेरे संन्यास के बाद भी मेरा दिल इस टीम के साथ होगा। मैं एक फैन के रूप में टीम को समर्थन दूंगा और उनके हर मुकाबले को देखूंगा।'

जोश और जुनून

भारत इस समय ग्रुप ए में चार अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि कुवैत तीन अंकों के साथ नीचे है। इस जीत के साथ भारत अफगानिस्तान से आगे निकल सकता है, जिसका अगला मुकाबला कतर के साथ है, जो कि अफगानिस्तान के लिए मुश्किल साबित हो सकता है। ऐसे में भारत के लिए यह मुकाबला 'करो या मरो' की तरह है।

मंगलवार को अंतिम दौर के मुकाबले होंगे, जिनमें भारत का सामना कतर से और अफगानिस्तान का सामना कुवैत से होगा। यह मुकाबले दोनों टीमों के लिए बहुुत ही महत्वपूर्ण होंगे। छेत्री ने टीम को इस महत्वपूर्ण मुकाबले के लिए शुभकामनाएं दी हैं और उन्हें अपना अनुभव साझा कर नैतिक समर्थन दिया है।

सुनिल छेत्री का कॅरियर

सुनिल छेत्री का कॅरियर

सुनिल छेत्री का अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल करियर बेहद शानदार रहा है। उन्होंने भारतीय फुटबॉल को एक नई पहचान दी है। छेत्री ने अनेकों महत्वपूर्ण मुकाबले में टीम इंडिया के लिए गोल किए हैं और उन्हें जीत दिलाई है। उनकी नायकत्व ने कई युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया है और भारतीय फुटबॉल को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। उनके संन्यास के बाद उनकी कमी टीम को जरूर खलेगी, लेकिन उन्होंने भारतीय फुटबॉल के भविष्य के प्रति अपने विश्वास को प्रकट किया है।

सुनिल छेत्री का कहना है, 'मुझे विश्वास है कि भारतीय फुटबॉल का भविष्य सुनहरा है। हमारे पास बहुत अच्छे युवा खिलाड़ी हैं और मुझे यकीन है कि हम आने वाले समय में और भी ऊंचाइयों को छुएंगे।' उनकी यह बात दर्शाती है कि उन्होंने अपनी भूमिका को केवल एक खिलाड़ी के रूप में नहीं, बल्कि एक मार्गदर्शक की तरह भी निभाया है।

सभी भारतीय फुटबॉल प्रेमी सुनिल छेत्री के इस अंतिम मुकाबले को देखने के लिए उत्सुक हैं और सभी की यही उम्मीद है कि टीम यह मुकाबला जीतकर उनके संन्यास को शानदार बनाए।

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