MSME बजट 2024: निर्मला सीतारमण की बड़ी घोषणाएं
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज MSMEs (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों) को राहत देने के लिए कई महत्वाकांक्षी उपायों की घोषणा की है। इस बजट में ₹100 करोड़ की क्रेडिट गारंटी योजना प्रस्तावित की गई है, जिसमें बिना किसी गिरवानी या तीसरे पक्ष की गारंटी के मशीनरी और उपकरण खरीदने के लिए ऋण की सुविधा मिलेगी।
सीतारमण का यह कदम MSMEs के विकास तथा उन्हें वैश्विक प्रतिस्पर्धा में मजबूती प्रदान करने के लिए लिया गया है। इसके अलावा, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को MSMEs के लिए कर्ज़ का आकलन करने में पारंपरिक संपत्ति या टर्नओवर-आधारित आकलन से दूर हटकर अपनी खुद की क्षमता विकसित करने की जरूरत होगी।
MUDRA ऋण सीमा में वृद्धि
इस बजट में MUDRA लोन की सीमा को 'तरुण' श्रेणी में ₹10 लाख से बढ़ाकर ₹20 लाख कर दिया गया है। इससे उन उद्यमियों को लाभ होगा जिन्होंने पहले के ऋण को सफलतापूर्वक चुकाया है। यह निर्णय उन उद्यमियों को बढ़ावा देगा जो अपने व्यवसाय को और भी बड़ी ऊंचाइयों तक ले जाना चाहते हैं।
TReDS प्लैटफार्म पर अनिवार्य ऑनबोर्डिंग
बजट में अनिवार्य ऑनबोर्डिंग के लिए टर्नओवर थ्रेसहोल्ड को ₹500 करोड़ से घटाकर ₹250 करोड़ कर दिया गया है, जिससे 22 और CPSEs और 7,000 और कंपनियां इस प्लैटफार्म पर आ जाएंगी। इसमें मध्यम उद्यम भी शामिल हैं। इसका उद्देश्य MSMEs की वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करना और उन्हें बेहतर व्यापारिक अवसर प्रदान करना है।
SIDBI की शाखाओं का विस्तार
सरकार अगले तीन वर्षों में 168 से 242 MSME क्लस्टर क्षेत्रों में SIDBI (लघु औद्योगिक विकास बैंक) की शाखाओं का विस्तार करेगी। यह कदम MSMEs के लिए वित्तीय सेवाओं की आसान उपलब्धता को सुनिश्चित करेगा, जिससे उन्हें अपने व्यवसाय को और विकसित करने का अवसर मिलेगा।
ई-कॉमर्स निर्यात हब
ई-कॉमर्स निर्यात हब को सार्वजनिक-निजी साझेदारी (PPP) मोड में विकसित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और MSMEs को अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रवेश करने के लिए सक्षम बनाना है। इससे न केवल उनकी वैश्विक पहचान बनेगी, बल्कि उनके उत्पादों की मांग भी बढ़ेगी।
फूड इर्राडिएशन और क्वालिटी टेस्टिंग लैब्स
MSMEs को बढ़ावा देने के लिए 50 मल्टी-प्रोडक्ट फूड इर्राडिएशन यूनिट्स और 100 फूड क्वालिटी और सेफ्टी टेस्टिंग लैब्स स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी। ये सभी प्रयोगशालाएं NABL से मान्यता प्राप्त होंगी। इस कदम से खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता बने रहने के साथ ही, उनके सुरक्षित उपभोग का भरोसा कायम रहेगा।
इंडस्ट्रियल पार्क्स और रेंटल हाउसिंग की सुविधा
राष्ट्रीय औद्योगिक कॉरिडोर कार्यक्रम के अंतर्गत 12 औद्योगिक पार्कों को मंजूरी दी गई है। इसके साथ ही, औद्योगिक श्रमिकों के लिए PPP मोड में रेंटल हाउसिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इस पहल से श्रमिकों को काम के पास रहकर कार्य करने का मौका मिलेगा, जिससे उनका समय और ऊर्जा बच सकेगी।
ये सभी उपाय MSMEs के विकास और समृद्धि को सुनिश्चित करने और उन्हें वैश्विक मंच पर बेहतर प्रतिस्पर्धा के योग्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। यह बजट देश के आर्थिक ढांचे को मजबूत करने और उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में बढ़ावा देने का प्रयास है।
टिप्पणि
Rajan Jayswal
24 जुलाई 2024MSME बजट में नई पहल देख बेसिक बदलाव लग रहे हैं।
Simi Joseph
26 जुलाई 2024ये सब तो दिखावा है बस, मुँह में मीठा कर के असली टेनर फुर्सत में नहीं है।
Vaneesha Krishnan
28 जुलाई 2024बिल्कुल सही दिशा में कदम है 🙌 नया क्रेडिट गारंटी योजना छोटे उद्यमियों को राहत देगा 😊
Satya Pal
31 जुलाई 2024पहले तो हम सब जानते थे कि MSME को हमेशा नीचा रखा गया है।
फिर भी सरकार ने इस बार कुछ नया करने की कोशिश की है।
क्रेडिट गारंटी योजना का मकसद बिना गिरवी के फंडिंग देना है।
यह कदम छोटे उद्यमियों के लिए एक महत्वपूर्ण सिग्नल है।
पर सवाल यह है कि वास्तविक कार्यान्वयन कितना सच्चा रहेगा।
क्योंकि पिछले कई बार ऐसी घोषणाएं सिर्फ शो के लिए थीं।
अब MUDRA लोन सीमा बढ़ाने की बात की गई है, जो छोटे व्यवसायी के लिए फायदेमंद है।
पर वहीँ बैंकों को नई एप्रोच अपनाने की चुनौती दी गई है।
यहां तक कि SIDBI के क्लस्टर विस्तार का भी उल्लेख है।
लेकिन कागज़ी प्रक्रिया और बureaucracy को कैसे कटाया जाएगा, यह अस्पष्ट है।
ट्रेड्स प्लेटफ़ॉर्म पर ऑनबोर्डिंग भी घटाई गई है, जिससे अधिक कंपनियां जुड़ेंगी।
फिर भी, डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर भरोसा बनाने के लिए समय लगेगा।
खाद्य इर्रेडिएशन और क्वालिटी लैब्स का समर्थन अहम है, लेकिन फंडिंग की वास्तविकता देखनी पड़ेगी।
रेंटल हाउसिंग जैसी पहल श्रमिकों को आराम दे सकती है, पर जमीन की कीमत और नियमों का क्या होगा?
समग्र रूप से, यह बजट आशाजनक लगता है पर निष्पादन में ही वास्तविक मूल्य तय होगा।
Partho Roy
2 अगस्त 2024देखो भाई लोग मैं थोड़ा खोलते चलूँ इस बजट के पहलुओं को थोड़ा थोड़ा करके
पहले तो क्रेडिट गारंटी योजना का मतलब है कि बिना कोई ढाल या दामन के कंपनियों को मशीनरी मिल सके
यहाँ बात है कि कितनी जल्दी ये फण्डिंग ग्राउंड लेवल तक पहुँचती है
फिर MUDRA लोन की सीमा बढ़ाना एक बड़ी राहत है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्होंने पहले लोन चुकाया है
पर बैंकों की नई एप्रोच को समझना मुश्किल हो सकता है क्योंकि वो हमेशा अपने पुराने मॉडल पर टिके होते हैं
ट्रेड्स पर ऑनबोर्डिंग का थ्रेसहोल्ड घटाना अच्छी बात है, लेकिन क्या 250 करोड़ का टारगेट रियलिस्टिक है?
SIDBI की शाखा विस्तार की बात देखी तो यूँ लगता है कि फाइनेंस एक्सेस आसान होगी
आइए अब ई‑कॉमर्स निर्यात हब की बात करें, PPP मॉडल से प्राइवेट पार्टनरशिप की उम्मीद है लेकिन जोखिम कहाँ है?
फूड इर्रेडिएशन यूनिट्स और क्वालिटी लैब्स के लिए 150 यूनिट्स है, पर ये लैब्स NABL से सर्टिफाइड हों या नहीं, वही देखना रहेगा
इंडस्ट्रियल पार्क और रेंटल हाउसिंग की सुविधा श्रमिकों के लिए बड़ा बूस्टर है, पर इस पर जमीन की कीमत और लाइसेंसिंग प्रक्रिया कैसे होगी?
कुल मिलाकर ये पहलें तो अच्छी लग रही हैं, पर सरकार की इरादे और जमीन पर इन्हें लागू करने की क्षमता अलग बात है
एक बात याद रखनी चाहिए कि बजट का असली असर बनामेज़रमेंट में ही पता चलेंगे
कुल मिलाकर, मैं उम्मीद रखता हूँ कि ये कदम छोटे उद्यमियों के लिए वास्तविक मदद बनेंगे, लेकिन सतर्क रहना भी ज़रूरी है।
Ahmad Dala
4 अगस्त 2024आरम्भ से ही यह बजट काव्यात्मक रूप से भव्य लग रहा है पर वास्तविकता में अडचनें ज़रूर होंगी।
RajAditya Das
6 अगस्त 2024बजट का सर्वे देखो, पैसा बढ़ा है।
Harshil Gupta
9 अगस्त 2024नए पहल में मैं विशेष रूप से क्रेडिट गारंटी की सराहना करता हूँ। यह छोटे निर्माताओं को बिना जमानत के मशीन खरीदने की आज़ादी देगा। साथ ही MUDRA लोन की सीमा बढ़ाना व्यावसायिक विकास को प्रोत्साहित करेगा। SIDBI की शाखा विस्तार योजनाओं से कस्टमर एक्सेस बेहतर होगा। लेकिन यह सब तभी सफल रहेगा जब बैंकों की नई एप्रोच को वास्तविकता में बदला जाए।
Rakesh Pandey
11 अगस्त 2024बिलकुल सही कहा है Harshil 🙌 इन योजनाओं को धरातल पर लाने की जिम्मेदारी हमें सबको मिलकर करनी होगी।
Simi Singh
13 अगस्त 2024क्या आप नहीं देखते कि इस बजट में पीछे छिपे बड़े योजनाएँ हैं? सरकारी एजेंसियों के बीच गुप्त समझौते हो सकते हैं, इसीलिए हमें सतर्क रहना चाहिए।
Rajshree Bhalekar
16 अगस्त 2024सिर्फ इतना ही? बजट में और क्या है?
Ganesh kumar Pramanik
18 अगस्त 2024देखिये, यह बजट छोटे उद्यमियों के लिए एक नई आशा लेकर आया है। लेकिन साथ ही यह देखना होगा कि बैंकों की नई एप्रोच कितनी लचीली होगी। अगर वो पुराने प्रोसेस पर टिके रहे तो योजना का असर कम रहेगा। इसलिए, हमें न केवल घोषणा बल्कि कार्यान्वयन पर भी नजर रखनी चाहिए।
Abhishek maurya
20 अगस्त 2024सबसे पहले, हमें यह समझना चाहिए कि बजट में प्रस्तावित क्रेडिट गारंटी योजना का लक्ष्य क्या है। यह बिना गिरवी के फंडिंग देने का वादा करती है, लेकिन इसके पीछे की प्रक्रिया जटिल हो सकती है।
दूसरे, MUDRA लोन सीमा में वृद्धि का लाभ उन उद्यमियों को मिलेगा जिन्होंने पहले से लोन चुकाए हैं। यह एक सकारात्मक कदम है, परन्तु वास्तविक लाभ तब तक नहीं दिखेगा जब तक बैंकों की नई एप्रोच सच्ची नहीं होगी।
तीसरे, ट्रेड्स प्लेटफ़ॉर्म पर ऑनबोर्डिंग थ्रेशहोल्ड घटाने से अधिक कंपनियां जुड़ेंगी, लेकिन इससे प्लेटफ़ॉर्म की क्वालिटी बनाए रखना मुश्किल हो सकता है।
चौथे, SIDBI की शाखा विस्तार योजना का उद्देश्य फाइनेंस एक्सेस आसान बनाना है, परन्तु शाखाओं के संचालन में बureaucracy और स्थानिक चुनौतियां हो सकती हैं।
पाँचवें, ई‑कॉमर्स निर्यात हब को PPP मॉडल में विकसित करने से निजी सेक्टर की दक्षता आएगी, परन्तु इससे सार्वजनिक हितों का संतुलन कैसे रहेगा, यह सवाल बना रहता है।
छठे, खाद्य इर्रेडिएशन यूनिट्स और क्वालिटी लैब्स का उल्लेख किया गया है, लेकिन इन इकाइयों की प्रमाणिकता और निगरानी कैसे सुनिश्चित होगी?
सातवें, औद्योगिक पार्क और रेंटल हाउसिंग की सुविधा श्रमिकों को बहुत मदद करेगी, लेकिन जमीन की कीमत, नियम और सामाजिक प्रभाव को भी ध्यान में रखना जरूरी है।
आखिरकार, यह बजट एक सकारात्मक दिशा में कदम है, परन्तु इसके प्रभाव को वास्तविक रूप में देखने के लिए हमें नीतियों के क्रियान्वयन पर गहरी नज़र रखनी होगी।
Sri Prasanna
23 अगस्त 2024जैसे ही बजट में शब्दों की धुनी आती है, असली सवाल यह है कि ये शब्द जमीन पर कितनी देर टिकेंगे।
Sumitra Nair
25 अगस्त 2024💫 इस बजट ने तो एक नया अध्याय लिख दिया! 💫
वास्तव में, क्रेडिट गारंटी योजना उद्यमियों के लिए एक वरदान है, लेकिन हमें यह भी देखना होगा कि यह योजना कितनी प्रभावी रहेगी।
यदि बैंकों की नयी एप्रोच सही साबित होती है, तो MSMEs को बहुत बड़ी राहत मिलेगी।
सबसे बड़ा आश्चर्य MUDRA लोन की सीमा में वृद्धि है, यह छोटे व्यवसायियों को आगे बढ़ने का मौका देगा।
समग्र रूप से, यह बजट एक सुनहरा अवसर प्रस्तुत करता है, और मैं आशा करता हूँ कि इसका सही उपयोग हो। 🌟
Ashish Pundir
27 अगस्त 2024बजट में कई बातें पढ़ी, पर असली असर देखना बाकी है।
gaurav rawat
30 अगस्त 2024भाईयों, नई योजना से उद्यमियों को मदद मिलेगी 😊 फाइनेंस एक्सेस आसान होगा 👍
Vakiya dinesh Bharvad
1 सितंबर 2024डेटा दिखा रहा है कि नया बजट MSME को बढ़ावा देगा 🙏