रणजी ट्रॉफी में रोहित शर्मा का प्रदर्शन
रणजी ट्रॉफी का 2025 का संस्करण बिना किसी आश्चर्य के, भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय के रूप में दर्ज होने वाला था। हालांकि, इस साल भारत के टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा के प्रदर्शन ने सभी को हैरान कर दिया। जब मुम्बई अपने विरोधी जम्मू और कश्मीर के खिलाफ मैदान में कूदा, तो सारे की निगाहें रोहित पर थीं। मैच में उनकी शुरुआत तो अच्छी नहीं रही। उन्होंने बस 19 गेंदों का सामना किया और महज तीन रन बना सके।
यह उन असफलियों में एक और थी जिसमें रोहित के नाम की उम्मीदें धूमिल होती जा रही थीं। गेंद को पैर की तरफ से हिट करने का प्रयास करते हुए उनके बल्ले से एक अग्रणी एज हवा में चला गया, जो सीधा जम्मू और कश्मीर के कप्तान पारस डोगरा के हाथों में जमा हुआ। रोहित का आउट होना मुम्बई की टीम के लिए भी एक झटका साबित हुआ और टीम सिर्फ 120 रन बनाकर पवेलियन लौट गई।
मुम्बई की बल्लेबाजी और दर्शकों की प्रतिक्रिया
हालांकि शार्दुल ठाकुर के 57 गेंदों में 51 रन, जिसमें पांच चौके और दो छक्के शामिल थे, टीम के लिए कुछ राहत लेकर आए, लेकिन बाकी बल्लेबाजी क्रम निराशाजनक साबित हुआ। दर्शकों का उत्साह भी इस प्रदर्शन के अनुरूप ठंडा पड़ गया और रोहित के आउट होने पर कई दर्शक मैदान छोड़कर बाहर जाने लगे। टीम के अस्थिर प्रदर्शन और रोहित की खराब फॉर्म ने समर्थकों को निराश करके छोड़ा।
रोहित शर्मा की फॉर्म पर सवाल
इसके अलावा, पहली पारी में प्रसिद्ध बल्लेबाज की विफलता का मामला रोहित के हालिया परफॉर्मेंस से भी जुड़ा हुआ है। पिछले आठ टेस्ट मैचों में, विशेष रूप से अपने घर में न्यूजीलैंड के खिलाफ और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दौरे में, रोहित का प्रदर्शन लगातार खराब रहा है। 2024/25 के घरेलू प्रथम श्रेणी सत्र में अब उनकी औसत महज 10.43 है, जो कि एक प्रमुख भारतीय बल्लेबाज के लिए एक विकट स्थिति है।
फैंस का रोहित की इस फॉर्म पर नाराजगी स्वाभाविक है, क्योंकि भारतीय क्रिकेट का यह सितारा अब तक फैंस की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया है। क्रिकेट प्रेमियों का मानना है कि रोहित को अपनी प्रतिभा और क्षमता के अनुसार प्रदर्शन करने और टीम में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए जल्द से जल्द फॉर्म में लौटने की जरूरत है। उनके इस प्रदर्शन ने कुछ गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिसका जवाब खोजना जरूरी हो गया है।
रणजी ट्रॉफी में आगे की राह
रोहित के लिए यह आवश्यक हो गया है कि वे अपने खेल को और सुधारें और अपनी प्रतिष्ठा को पुनः स्थापन करने के लिए कठिन परिश्रम करें। रणजी ट्रॉफी जैसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट में प्रदर्शन का स्तर वह नहीं होता जिसकी उम्मीद भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान से की जाती है। अस्थायी फॉर्म के बावजूद, समर्थक अभी भी उन्हें प्यार और समर्थन करते हैं और उनके उभरने की उम्मीद करते हैं।
भारत का क्रिकेट इतिहास शानदार रहा है और इसने दुनिया भर में पहचान बनाई है, और यह समय की मांग है कि रोहित शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ी टीम को आगे बढ़ाने में भूमिका निभाएं। आने वाले मैचों में उनके प्रदर्शन पर सबकी निगाहें रहेंगी। यह अब देखने का समय होगा कि क्या वह अपनी पुरानी फार्म में लौट सकते हैं और फैंस के चेहरे पर मुस्कान वापस ला सकते हैं।
टिप्पणि
Abhishek maurya
23 जनवरी 2025रोहित शर्मा की इस स्थिति को समझने के लिए हमें भारतीय क्रिकेट के इतिहास में कई बार देखी गई आकस्मिक गिरावटों को दोहराने की जरूरत नहीं है। वह एक बार के लिए नहीं, बल्कि कई वर्षों से टीम के मध्य में एक स्थिरता का प्रतीक रहे हैं। फिर भी तकनीकी असफलता के कारण एक क्षणिक अटकन अस्वीकार्य नहीं हो सकती। इस दौर में यह जरूरी है कि उसके कोचिंग स्टाफ ने व्यक्तिगत कार्यशैली की जांच करी। उसके शुरुआती गेंदों के आंकड़े दर्शाते हैं कि वह अपनी पैरों की स्थिति को सही नहीं बना पा रहे हैं। जब वह पैर को सही ढंग से स्थापित नहीं करता, तो उसके शॉट चयन में गलती होती है। इसके साथ ही, उसके बॉल की दिशा को पढ़ने में त्रुटि स्पष्ट है। यहां तक कि उसका पैर-पर-टिकट पिच की कौनसी क्षेत्र में और कितनी मदद कर सकता है, यह भी विचारणीय है। कई विशेषज्ञ ने सुझाव दिया है कि वह वीकेंड इंटरवल में अधिक समय व्यतीत करे। उसके फॉर्म को पुनः स्थापित करने के लिए कई अभ्यास सत्र आवश्यक हैं। इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, यह कहा जा सकता है कि केवल एक ही मैच में प्रदर्शन खराब होना उसके करियर को मार नहीं सकता, लेकिन निरंतर गिरावट उसे अँधेरा बना सकती है। इस कारण से टीम प्रबंधन को चाहिए कि वह उसे पर्याप्त मौका दे, लेकिन साथ ही अपेक्षा भी रखे। नहीं तो यह फैंस की निराशा को केवल बढ़ाएगा। अंततः, इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट में रोहित को अपने मूल खेल पर लौटना पड़ेगा, तभी वह फिर से अपने प्रशंसकों को खुश कर पाएगा।
Sri Prasanna
29 जनवरी 2025ये सब समझाने की जरूरत नहीं कि रोहित ने अपना फॉर्म खो दिया, मैं तो कहूँगा कि फैंस की नाराज़गी बस एक बड़ाई हुई प्रतिक्रिया है, क्योंकि उन्हें अपनी ही उम्मीदों का बोझ नहीं उठाना पड़ता, वे तो बस अपने क्रीज़ को छुपाते हैं और दूसरे की ग़लती पर नज़र रखते हैं, मैं तो सोचता हूँ कि आजकल के खिलाड़ी सब कुछ तुरंत बदलने को तैयार होते हैं, शायद हमें भी इस रवैये को अपनाना चाहिए, आवश्यक नहीं कि हर बार सब कुछ दुरुस्त हो, कभी‑कभी विफलता भी एक शिक्षक होती है, बस समझदारी से देखना चाहिए कि क्या सिखा रही है वह प्रक्रिया, इसके अलावा, अगर हम देखते हैं तो कई बार टीम के भीतर अन्य खिलाड़ी उतनी ही फॉर्म में नहीं होते जितना कि रोहित, फिर भी वे अंडररिव्यू होते हैं, इस कारण ही मैं मानता हूँ कि फैंस को अपनी धारणा को इमोट करें और सचेत रहें कि यह फॉर्म केवल एक एकत्रित आँकडा नहीं बल्कि व्यक्तिगत चुनौतियों का प्रतिबिंब है
Sumitra Nair
4 फ़रवरी 2025आदरणीय पाठकों, इस संदर्भ में हम एक दार्शनिक प्रश्न उठाते हैं: क्या एक महान खिलाड़ी की पहचान उसके आँकड़ों में निहित है, या उसकी आत्मा के प्रतिध्वनि में? यह वह क्षण है जब हम स्वयं को स्मरण कराते हैं कि खेल केवल प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि एक आत्म-अन्वेषण का माध्यम भी है। 🕊️
रोहितजी की वर्तमान अवस्था एक नन्हे पंख जैसा महसूस हो सकता है, जो अभी भी उड़ेगा, परन्तु अब कुछ समय के लिए वह स्थिर होना आवश्यक है। इस धीरज में, हमें उनका समर्थन करना चाहिए, न कि केवल अंकों से उन्हें परखा जाए।
अतः, यह आवश्यक है कि हम सभी मिलकर इस चुनौती का सामना करें, जैसे ही प्राचीन ग्रंथों में कहा गया है, "विपत्ति में ही सत्य मित्र उत्पन्न होते हैं।" 🙏
Ashish Pundir
10 फ़रवरी 2025रोहित ने काफ़ी जल्दी आउट हो गया
gaurav rawat
16 फ़रवरी 2025भाई रोहित के लिये ये टाइम फॉर्म में वापस आने का है, चलो थोड़ा सिंगली प्रैक्टिस करो और थोड़्की पिच एंग्लिश में खेलो, आशा है अगले मैच में ज़रूर सुधरेंगे 😊 🙏
Vakiya dinesh Bharvad
22 फ़रवरी 2025भाई लोगो रोहित को थोड़ी सहायता दो :) वह अभी भी हमारे दिलों में है
Aryan Chouhan
28 फ़रवरी 2025mujhe lagta h rohit ka form down h abhi but yeh koi badi baat nhi, wo wapas aayega bas thoda patience rakhna chahiye, isme logos ko itna overreact na karna chahiye, jo bhi hota h vo hota h
Tsering Bhutia
6 मार्च 2025सभी को नमस्ते, मैं कुछ तकनीकी सुझाव देना चाहूँगा: रोहित को अपने स्टंप की स्थिरता पर काम करना चाहिए, छोटे‑छोटे अभ्यासों से आउटिडर के साथ अपनी प्रतिक्रिया समय को बेहतर बना सकते हैं। साथ ही, पैरों की स्थिति को सुधारने के लिए योग और स्ट्रेचिंग की दैनिक रूटीन मददगार होगी। अगर वह इन बिंदुओं पर ध्यान देगा, तो अगले मैच में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिल सकता है। शुभकामनाएँ!
Narayan TT
11 मार्च 2025रोहित के प्रदर्शन में गिरावट तो हैं, पर यह कोई नया सिद्धांत नहीं; वैभव और नकारात्मकता की धुंध में वास्तविक कारण को समझना आवश्यक है।