गर्मियों का मौसम आया तो अक्सर लोग धूप में निकलते हैं, पर कभी‑कभी बहुत तेज़ गर्मी से शरीर को बड़ी परेशानी हो सकती है। जब शरीर की तापमान नियंत्रण क्षमता टूट जाती है, तो हिट स्ट्रोक (हीट स्ट्रोक) हो जाता है। यह एक मेडिकल इमरजेंसी है, लेकिन सही जानकारी और तुरंत कार्रवाई से आप या आपके आसपास के लोग बच सकते हैं। चलिए समझते हैं इसके लक्षण, क्या करें और कैसे रोकें।
हिट स्ट्रोक का पहला संकेत अक्सर तेज़ सिर दर्द होता है, फिर पसीना नहीं आना या बहुत अधिक पसीना बहना—दोनों ही असामान्य होते हैं। इसके अलावा चक्कर, उल्टी, भ्रम, बोलने में दिक्कत और कभी‑कभी बेहोशी भी हो सकती है। शरीर का तापमान 40 °C (104 °F) से ऊपर पहुंचते ही यह स्थिति गंभीर बन जाती है। अगर कोई व्यक्ति लगातार थका‑हारा दिखे, अचानक झटके दे या बात करने में कठिनाई महसूस करे तो तुरंत मदद लें।
समय सबसे बड़ा कारक है। जब हिट स्ट्रोक का संदेह हो:
इन कदमों से शरीर का तापमान कम करने में मदद मिलती है और स्थिति बिगड़ने से बची रहती है।
रोकथाम हमेशा इलाज से बेहतर होती है। गर्मियों में इन बातों को याद रखें:
इन छोटे‑छोटे कदमों से आप गर्मी के झटके को रोक सकते हैं और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं। याद रखें, अगर लक्षण दिखें तो जल्दी कार्रवाई ही बचाव का रास्ता है।
बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता शाहरुख खान को बुधवार दोपहर अहमदाबाद के केडी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्हें आईपीएल मैच देखते समय हीट स्ट्रोक का सामना करना पड़ा था। अभिनेता को वर्तमान में चिकित्सा की देखरेख में रखा गया है, लेकिन उनकी सेहत की स्थिति के बारे में अभी विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है।
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