मुंबई में इस हफ़्ते अचानक से भारी बारिश आई है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में 4‑5 सेमी तक बारिश का पूर्वानुमान दिया है, इसलिए शहर के लोग आज‑कल अक्सर गीले सड़कों और भीगी हवाओं के साथ जूझ रहे हैं। अगर आप मुंबई में रहते हैं या यहाँ आने की योजना बना रहे हैं, तो कुछ आसान टिप्स जानना ज़रूरी है ताकि परेशानियों से बचा जा सके।
मुंबई का ट्रैफ़िक पहले ही जाम से भरा रहता है; बारिश इसे और ख़राब कर देती है। सबसे पहला कदम – अगर संभव हो तो सार्वजनिक परिवहन जैसे स्थानीय ट्रेन या बस इस्तेमाल करें। रूट में जलभराव वाले हिस्से अक्सर बंद होते हैं, इसलिए रेल नेटवर्क की अपडेटेड जानकारी आधी रात को चेक करना फायदेमंद रहेगा। यदि आप कार से यात्रा कर रहे हैं, तो गाड़ी का टायर सही प्रेशर पर रखें और ब्रेक की जांच कर लें। तेज़ पानी के बीच में अचानक ब्रेक लगाने से स्किडिंग हो सकती है, इसलिए धीरे‑धीरे गति कम करें।
भारी बारीश के दौरान घर में रहना सबसे सुरक्षित रहता है, पर अगर बाहर जाना ज़रूरी हो तो कुछ बातों का ध्यान रखें:
मुंबई की मौसमी बारीश अक्सर दो‑तीन दिन तक चलती है और फिर साफ़ हो जाती है। परन्तु कभी‑कभी अचानक तेज़ बारिश से जलभराव या छोटे‑बड़े नुकसान भी होते हैं। इसलिए स्थानीय समाचार चैनलों या ऑनलाइन मौसम ऐप्स से अपडेटेड जानकारी लेते रहें।
अगर आप मुंबई की यात्रा कर रहे हैं, तो होटल या गेस्टहाउस में रहने का विकल्प चुनें जहाँ बेसमेंट नहीं हो और ऊँचे फ़्लोर पर कमरा बुक किया गया हो। इससे फ्लड की स्थिति में सुरक्षित रहेंगे। साथ ही, कुछ नकदी रखिए क्योंकि बारिश के कारण ऑनलाइन पेमेंट या एटीएम सेवा कभी‑कभी बाधित हो सकती है।
मुंबई का मॉनसून हर साल एक नया चैलेंज लाता है, लेकिन सही तैयारी से आप इस मौसम को आराम से देख सकते हैं। याद रखें, छोटी-छोटी सावधानियां बड़ी परेशानी बचा देती हैं। अगर आपको रास्ते में कोई अटकाव दिखे या मदद चाहिए तो तुरंत स्थानीय पुलिस या ट्रैफ़िक विभाग को कॉल करें।
अंत में एक बात और – बारिश के बाद की हवा बहुत ठंडी होती है, इसलिए घर आते ही गरम चाय या सूप पीना न भूलें। इससे शरीर गर्म रहेगा और आप दिन भर की थकान से जल्दी उबरेंगे। मुंबई बारीश का मज़ा तभी है जब हम इसे समझदारी से संभालें।
21 जुलाई, 2024 को मुंबई में भारी वर्षा के कारण चट्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 36 उड़ानें रद्द कर दी गईं। भारी बारिश ने हवाई यातायात में महत्वपूर्ण व्यवधान उत्पन्न किया, जिससे यात्रियों और उड़ान परिचालनों पर असर पड़ा।
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