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NEET काउंसलिंग क्या है और क्यों जरूरी है?

NEET काउंसलिंग वह स्टेप है जिसमें आपकी परीक्षा की रैंक के आधार पर मेडिकल या डेंटल कॉलेज में सीट मिलती है। बिना काउंसलिंग के आप नहीं बता पाएंगे कि कौन सा कॉलेज, किस शाखा में आपको एडमिट किया गया है। इसलिए इस चरण को सही समझना और समय पर पूरा करना बहुत जरूरी है।

काउंसलिंग की मुख्य तिथियां और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

आमतौर पर NTA दो या तीन सत्रों में काउंसलिंग आयोजित करता है – पहला सॉफ्ट ड्रॉप, दूसरा फाइनल और तीसरा स्पेशल केस। प्रत्येक सत्र के लिए अलग आवेदन विंडो होती है। रजिस्ट्रेशन की वेबसाइट (nta.ac.in) खोलें, अपना लॉगिन आईडी बनाएं और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें: फोटो, सिग्नेचर, स्कैन किए हुए मार्कशीट्स व एडमिट कार्ड। फॉर्म भरते समय सभी जानकारी दो बार चेक कर लें, नहीं तो बाद में समस्या हो सकती है।

रजिस्ट्रेशन शुल्क भी ऑनलाइन पेमेंट के ज़रिए दे देना चाहिए। भुगतान सफल होने पर आपको एक पुष्टि ई‑मेल मिलेगा जिसमें आपका लॉगिन पासवर्ड और काउंसलिंग पोर्टल का लिंक होगा। यह जानकारी सुरक्षित रखें, क्योंकि अगली बार जब आप सीट चुनेंगे तो इसी से लॉगइन करेंगे।

सीट सलेक्शन के टिप्स – कैसे करें स्मार्ट चॉइस?

पहले अपने रैंक को समझें और फिर NIRF या मैडिकाल कॉलेज की ग्रेडिंग देखें। उच्च रैंक वाले छात्रों को टॉप पॉजिशन पर कई विकल्प मिलते हैं, लेकिन अगर आपका रैंक मध्य स्तर का है तो बेहतर रहेगा कि आप उन कॉलेजों को प्राथमिकता दें जो आपके स्कोर के करीब हों और फिर भी मान्य हो।

काउंसलिंग पोर्टल में "प्रीफरेंस लिस्ट" बनाते समय प्रत्येक विकल्प की कटऑफ़ रैंक देखें। यदि किसी कॉलेज का कटऑफ़ आपके संभावित रेंज से बाहर है, तो उसे छोड़ दें। इस तरह आप खाली सीटों के बाद भी वैध विकल्प रख पाएँगे।

एक और ट्रिक यह है कि काउंसलिंग के पहले दिन कई छात्र अपने पसंदीदा कॉलेज की बुकिंग कर लेते हैं, इसलिए अगर आपका मन किसी विशिष्ट संस्थान में है तो जल्दी निर्णय लें। देर तक इंतजार करने से बेहतर विकल्प खो सकते हैं।

काउंसलिंग के बाद एडमिट कार्ड डाउनलोड करना न भूलें। इसे प्रिंट करके कॉलेज में जमा करें और साथ ही फीस का भुगतान समय पर कर दें, नहीं तो आपका एंट्री कैंसल हो सकता है। फॉर्म भरते समय दिया गया बैंक रसीद भी संभाल कर रखें, क्योंकि अक्सर यह प्रमाण पत्र के रूप में मांगा जाता है।

अगर आप किसी स्पेशल केस (जैसे SC/ST/Physically Handicapped) से हैं तो अलग डॉक्यूमेंटेशन की जरूरत पड़ती है। इन मामलों में NTA की आधिकारिक वेबसाइट पर निर्देश पढ़ें और सभी आवश्यक प्रमाणपत्र अपलोड करें, ताकि प्रोसेस सुगम रहे।

अंत में याद रखें कि काउंसलिंग एक बार नहीं बल्कि कई राउंड हो सकता है। यदि पहली राउंड में आपकी पसंदीदा सीट नहीं मिली तो दूसरे या तीसरे राउंड का इंतजार करें। हर राउंड में नई खाली सीटें आती हैं, इसलिए निराश न हों और लगातार अपडेट चेक करते रहें।

NEET काउंसलिंग को आसान बनाने के लिए कुछ मोबाइल ऐप्स भी मददगार होते हैं – जैसे NTA Official App या सरकारी पोर्टलों के नोटिफिकेशन सेट करें। इससे आप किसी भी बदलाव की तुरंत सूचना पा सकते हैं और जल्दी कार्रवाई कर सकते हैं।

समाप्ति में, काउंसलिंग एक महत्त्वपूर्ण कदम है लेकिन इसे तनाव से नहीं देखना चाहिए। सही जानकारी, समय पर फॉर्म भरना और अपने विकल्पों को समझदारी से चुनना आपको अपने सपनों के मेडिकल कॉलेज तक पहुंचाएगा। अब तैयार हो जाइए, लॉगिन करें और अपना भविष्य सुरक्षित करिए!

NEET UG Counselling 2024: एमबीबीएस, बीडीएस, एम्स, सेंट्रल यूनिवर्सिटीज़, जिपमर के लिए MCC राउंड 1 की शुरुआत कल से
Abhishek Rauniyar

Abhishek Rauniyar

NEET UG Counselling 2024: एमबीबीएस, बीडीएस, एम्स, सेंट्रल यूनिवर्सिटीज़, जिपमर के लिए MCC राउंड 1 की शुरुआत कल से

मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) कल, 15 अगस्त से NEET UG काउंसलिंग 2024 के पहले राउंड की शुरुआत करने जा रही है। यह प्रक्रिया एमबीबीएस, बीडीएस जैसे मेडिकल कोर्सेज में प्रवेश के लिए आयोजित की जा रही है। उम्मीदवार MCC की आधिकारिक वेबसाइट पर पंजीकरण करें और अपनी पसंद के कॉलेज और कोर्स चुनें। सीट आवंटन प्रक्रिया 19 से 20 अगस्त तक होगी।

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