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पवन कल्याण – क्या नया है?

आपको भारत में हवा से जुड़ी सबसे ताज़ा ख़बरें चाहिए? यहाँ पर पवन कल्याण टैग के तहत हम मौसम, ऊर्जा और हरित तकनीक की जानकारी सीधे आपके सामने लाते हैं। पढ़ते‑ही समझेंगे कि किस राज्य में नई टर्बाइन लग रही है, कब भारी बारिश का अलर्ट आया और कौन सी गाड़ी हाइड्रोजन से चलती है।

भारत में पवन ऊर्जा का वर्तमान परिदृश्य

पिछले साल भारत ने 20 GW से अधिक पवन शक्ति स्थापित की थी, जिससे सौर ऊर्जा के बाद दूसरी सबसे बड़ी नवीकरणीय स्रोत बन गई। गुजरात, तमिलनाडु और राजस्थान जैसे राज्य इस क्षेत्र में आगे हैं। सरकारी नीति आसान लाइसेंसिंग और टैरिफ़ सपोर्ट देती है, इसलिए छोटे निवेशक भी अब माइक्रो‑टर्बाइन प्रोजेक्ट शुरू कर रहे हैं।

अगर आप अपना खुद का पवन प्रोजेक्ट सोच रहे हैं, तो सबसे पहले स्थानीय वायुमंडलीय डेटा देखें – भारत मौसम विभाग के पोर्टल पर 10‑वर्षीय औसत गति मिल जाएगी। फिर स्टेट फ़ॉर्मिंग एजेंसी से टर्बाइन की अनुमति लेनी होगी; प्रक्रिया अब दो हफ़्ते में पूरी हो सकती है, अगर सभी दस्तावेज़ सही रखे हों।

ताज़ा मौसम अलर्ट और हरित पहल

मध्य प्रदेश ने हाल ही में 11 जिलों में भारी बारिश का चेतावनी जारी किया है – अगले 24 घंटे में 4.5 इंच तक बूँदें गिर सकती हैं। ऐसी स्थितियों में पवन टर्बाइन को ‘फ्लैप‑ऑफ़’ मोड में रखना सुरक्षित रहता है, क्योंकि तेज़ हवाओं से ब्लेड नुकसान हो सकता है। स्थानीय प्रशासन ने जलभराव के खतरे को कम करने के लिए तुरंत एरियो‑ड्रेनज कार्य शुरू कर दिया है।

हरित तकनीक की बात करें तो टॉयोटा मिराइ का हाइड्रोजन कार भारत में धीरे‑धीरे लोकप्रिय हो रहा है। नीतिनिर्माताओं ने 1300 km के एक ही फ्यूल पर चलने वाली इस गाड़ी को राष्ट्रीय हाईवे नेटवर्क में चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना बनाई है। अगर आप भविष्य की सवारी चाहते हैं, तो अब अपने शहर के ‘हाइड्रोजन हब’ का पता लगा सकते हैं – कई प्रमुख मेट्रो क्षेत्रों में 2025 तक पहला स्टेशन खुल रहा है।

इन खबरों को फॉलो करते रहें और पवन कल्याण टैग पर नई अपडेट्स मिलने पर तुरंत सूचना प्राप्त करें। चाहे आप ऊर्जा निवेशक हों, किसान या सिर्फ़ पर्यावरण प्रेमी – यहाँ का कंटेंट आपके काम आएगा।

आंध्र प्रदेश में जल संकट पर भावुक हुए पवन कल्याण: समाधान की अपील
Abhishek Rauniyar

Abhishek Rauniyar

आंध्र प्रदेश में जल संकट पर भावुक हुए पवन कल्याण: समाधान की अपील

आंध्र प्रदेश के उप मुख्यमंत्री पवन कल्याण ने राज्य में जल संकट को लेकर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है। क्षेत्रीय दौरे के दौरान, उन्होंने देखा कि पिछले शासन के दौरान कई इलाकों में सुरक्षित पेयजल की कमी ने लोगों को गंभीर समस्याओं में डाल दिया है। पवन कल्याण ने इस स्थिति की गंभीरता को उजागर करने तथा इसे सुलझाने का संकल्प लिया है।

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