अगर आप रोज़मर्रा के समाचार देखते हैं तो अक्सर "राजस्व वृद्धि" शब्द सुनते हैं. लेकिन असल में इसका मतलब क्या है? सरल बात यह है कि सरकार और कंपनियों की कुल कमाई बढ़ रही है. इस लेख में हम समझेंगे कौन‑से कारक इस बढ़ोतरी को चलाते हैं, recent डेटा क्या कहता है और आगे क्या उम्मीद कर सकते हैं.
पहला बड़ा कारण है टैक्स संग्रह में सुधार. सरकार ने GST रिव्यू आसान किया, ई‑इनवॉइस को अनिवार्य बनाया और कर चोरी पर कड़ी कार्रवाई की. परिणामस्वरूप पिछले वित्तीय साल में कुल टैक्स राजस्व 12% बढ़ा. दूसरा कारक डिजिटल सेवाओं का विस्तार है. ऑनलाइन शॉपिंग, फिनटेक ऐप्स और क्लाउड सर्विसेज़ ने नई आय के स्रोत खोले हैं. तीसरा कारण उपभोक्ता खर्च में इज़ाफ़ा है; विशेषकर मोबाइल फ़ोन जैसे Vivo T4 Ultra जैसी प्रीमियम मॉडल की बिक्री से कंपनियों को अतिरिक्त मुनाफ़ा मिला.
आगे देखते हुए, कई संकेत बताते हैं कि राजस्व वृद्धि की गति तेज़ रहेगी. बजट 2025 में इन्फ्रास्ट्रक्चर पर बड़े निवेश की घोषणा हुई है, जिससे निर्माण कंपनियों के टर्नओवर बढ़ेगा और साथ ही टैक्स बेस भी विस्तृत होगा. साथ ही, सरकार ने कार्बन टेक्स को हटाने और हाइड्रोजन वाहन (जैसे Toyota Mirai) को प्रोत्साहित करने का कदम उठाया है; यह नई उद्योगों को आकर्षित करेगा और निर्यात में मदद करेगा.
वित्त मंत्री नर्मला सिंह की recent रिपोर्ट के अनुसार, जीडीपी ग्रोथ 6.5% तक पहुँचने की संभावना है, जो सीधे राजस्व पर असर डालेगा क्योंकि अधिक उत्पादन का मतलब ज्यादा कर भुगतान। अगर इस गति को कायम रखा गया तो अगले दो साल में केंद्रीय और राज्य दोनों की कुल आय लगभग 15‑20 प्रतिशत बढ़ सकती है.
बिल्कुल सही, यह सिर्फ अनुमान है. लेकिन आंकड़े स्पष्ट दिखाते हैं कि टैक्स सुधार, डिजिटल विस्तार और उपभोक्ता विश्वास तीनों मिलकर राजस्व को ऊपर ले जा रहे हैं. अगर आप निवेश या कर योजना बना रहे हैं तो इन ट्रेंड्स को समझना फायदेमंद रहेगा.
संक्षेप में, भारत की राजस्व वृद्धि अब सिर्फ एक आंकड़ा नहीं बल्कि कई नीति‑निर्णयों और बाजार के बदलावों का परिणाम है. आगे आने वाले महीनों में भी अगर सरकार निरंतर सुधार करती रही तो हम और मजबूत आर्थिक परिदृश्य देख सकते हैं.
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) अपने दूसरी तिमाही के वित्तीय वर्ष 2025 के नतीजों की घोषणा करने की तैयारी में है। विश्लेषकों की उम्मीद है कि कंपनी का राजस्व साल-दर-साल 7.7% तक बढ़ सकता है और निवल लाभ में 8-10% की वृद्धि हो सकती है। कंपनी परियोजना करने की संभावना है कि BSNL डील की गति वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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