अगर आप आकाश के शौकीन हैं तो ये खबर आपके लिये खास है। 2025 में एक बड़ा सौरग्रहण होने वाला है और कई शहरों में इसे आसानी से देखा जा सकेगा। लेकिन इसे बिना सही जानकारी के देखना खतरनाक हो सकता है। इस लेख में मैं आपको बताऊँगा कब, कहाँ और कैसे सुरक्षित रूप से सौरग्रहण देख सकते हैं। चलिए शुरू करते हैं!
सौरग्रहण 2025 की मुख्य तिथि 8 अक्टूबर 2025 है। इस दिन सूर्य के डिस्क का लगभग 70% भाग छाया में आएगा, यानी अंशीय सौरग्रहण। भारत के अधिकांश हिस्से, खासकर उत्तर, मध्य और पश्चिमी क्षेत्र में यह बहुत स्पष्ट दिखेगा। पश्चिमी गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और दिल्ली जैसे बड़े शहरों में ग्रहण का अधिकतम भाग दिखेगा। दक्षिण में कोरियाना और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में थोड़ा कम छाया देखी जाएगी।
ग्रहण का पूरा दृश्य 2‑3 मिनट तक रहेगा, लेकिन थोड़ा‑बहुत छाया पहले और बाद में भी दिखाई देगी। अगर आप सुबह के समय बाहर हैं, तो अपने मोबाइल या टीवी पर लाइव काउंटडाउन देख कर सटीक समय पता कर सकते हैं। बहुत से टेलीविजन चैनल और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म इसे लाइव प्रसारित करेंगे।
सूर्य की रोशनी बहुत तेज़ होती है, इसलिए सीधे आँखों से देखना आँखों को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है। यहाँ कुछ आसान और किफ़ायती उपाय हैं:
अगर आप बच्चों के साथ देखते हैं तो उन्हें हमेशा चश्मा या प्रोजेक्शन पद्धति से ही दिखाएँ। छोटे बच्चे अक्सर ध्यान नहीं रखते, इसलिए बड़े का ध्यान रखना ज़रूरी है।
अब बात करते हैं कि कहाँ से देखें तो सबसे अच्छा रहेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में आकाश साफ़ होता है और प्रकाश प्रदूषण कम होता है, इसलिए एक खुला खेत या पहाड़ी जगह सबसे उपयुक्त है। अगर आप शहर में हैं तो ऊँची इमारत की छत, पार्क या बाहरी खेल के मैदान का चयन करें। मोबाइल ऐप्स में “Solar Eclipse Timer” जैसे टूल्स से आप सटीक समय देख सकते हैं।
एक आखिरी टिप – यदि आप सोशल मीडिया पर लाइव वीडियो देख रहे हैं तो ध्यान रखें कि कई बार वीडियो में फ़िल्टर नहीं होता। इसलिए अपने आँखों को बचाने के लिए सबसे भरोसेमंद स्रोत चुनें।
सौरग्रहण 2025 एक शानदार प्राकृतिक शो है, और सही तैयारी से आप इसे सुरक्षित और आनंददायक बना सकते हैं। अब अपना चश्मा खरीदिए, समय जानिए और इस आकाशीय नजारे को देखिए। कौन जानता है, शायद इस अद्भुत दृश्य से आपकी अगली यात्रा की योजना बन जाएगी!
सितंबर 21 को रात 11 बजे से 4 बजे तक होने वाला सौरग्रहण 2025 भारत में दिखाई नहीं देगा, पर इसका ज्योतिषीय असर विश्वभर में महसूस होगा। विशेष रूप से मिथुन राशि वालों को अगले 15 दिनों में ग्रहों के बदलावों से जुड़ी चुनौतियों के लिये सतर्क रहना चाहिए। राहु के परिवर्तन, बृहस्पति की रक्षा और शनि की दृष्टि इस अवधि को जटिल बनाते हैं। काम, रिश्ते और आध्यात्मिक पहलुओं में सावधानी बरतनी जरूरी है।
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