न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ टिम रॉबिन्सन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले T20I में 106 रन बनाकर इतिहास रचा, जबकि वह सिर्फ 54 रन बाउंड्री से ही जोड़ पाए। इस अद्भुत पैंट्री ने पाकिस्तानी कप्तान बाबर आज़म के ‘सबसे कम बाउंड्री वाले शतक’ के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
यह मुकाबला बै ओवल, डनडेन, न्यूज़ीलैंड में 23 मार्च 2024 को आयोजित न्यूज़ीलैंड‑ऑस्ट्रेलिया T20I श्रृंखलाबै ओवल के दौरान हुआ। इस श्रृंखला की शुरुआत दोनों टीमों के लिए बहुत महत्वपूर्ण थी, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया ने हाल ही में आयरलैंड में तेज़ी से जीत हासिल की थी, जबकि न्यूज़ीलैंड ने अपनी फ़ॉर्म को स्थिर रखने की कोशिश में था।
रॉबिन्सन ने 66 गेंदों में 106 रन बनाकर दुर्जेय 160.61 का स्ट्राइक रेट कायम किया। लेकिन असली बात यह है कि उनका शतक सिर्फ 12 सीमों (54 रन) पर आधारित था – बाकी 52 रन उन्होंने एक‑सिंगल, दो‑सिंगल, और रनों की धुंद में डाली। इस प्रकार, उनका शतक न केवल संख्या में बड़ा था, बल्कि तकनीकी रूप से भी अद्वितीय था।
रॉबिन्सन का यह इनिंग विशेष रूप से इस वजह से सराहा गया कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के तेज़ बॉलर्स – मैक्स वॉल्टन और पैट्रिक सिंगर को लगातार फ़ॉल्ट‑लेटर से बाहर कर दिया। उनका औसत 79.00, 3 इन्गेजमेंट में 158 रन, इस बेसबॉल‑डैशिंग युग में निरंतरता को दिखाता है।
बाबर आज़म के 2022 के शतक (100 रन 61 गेंद) में केवल 38 रन बाउंड्री से आए थे, जो इस समय तक सबसे कम बाउंड्री वाले टाइट‑20 शतक के रूप में दर्ज था। रॉबिन्सन ने इस संख्या को 54 रन की बाउंड्री के साथ पार कर लिया, जबकि दो गुना अधिक स्ट्राइक रेट रखा। इसका मतलब यह नहीं कि उन्होंने बाउंड्री मारने से दूर रह गए, बल्कि उन्होंने बॉल को ‘झुकाव’ के साथ खेँले, जिससे फील्डर को झंझट में डाल दिया।
क्रिकेट विश्लेषक राहुल जैन ने कहा, “रॉबिन्सन का शतक अब तक का सबसे व्यावहारिक शतक है। वह केवल अटैक नहीं कर रहे, बल्कि सिंगल‑रन की कला में महारत हासिल कर रहे हैं, जो T20 में अक्सर अनदेखी रहती है।”
न्यूज़ीलैंड के कप्तान केविन बार्न्स ने रॉबिन्सन की ताकत को सराहा: “टिम ने हमें एक ऐसी पिच दी जहाँ हम हर गेंद को मौका बना सकते हैं। उनकी रन‑राइटिंग शैली हमें नयी ऊर्जा देती है।”
ऑस्ट्रेलिया के कोच जॉन बोरैन ने अपने खिलाड़ियों से कहा, “हमें इस बात पर गौर करना चाहिए कि कैसे टिम ने छोटे‑छोटे रनों को कुशलता से जुटाया, यह हमारे बॉलिंग प्लान में बदलाव की जरूरत दर्शाता है।”
यह शतक न्यूज़ीलैंड को न केवल इस मैच में जीत दिलाई, बल्कि T20I श्रृंखला में मनोबल भी बढ़ा दिया। अगले मैच में, न्यूज़ीलैंड को ऑस्ट्रेलिया के तेज़ बॉलर्स से निपटना पड़ेगा, जबकि ऑस्ट्रेलिया को रॉबिन्सन की रणनीति को मात देने के लिए फील्डिंग प्लेसमेंट और बॉलर्री वैरायटी में सुधार करना होगा। रॉबिन्सन का यह रिकॉर्ड‑ब्रेकिंग शतक अब T20 क्रिकेट में ‘रन‑रोटेशन’ के नए युग की शुरुआत माना जा सकता है।
संक्षेप में, टिम रॉबिन्सन ने सिर्फ 106 रन नहीं बनाये, बल्कि उन्होंने T20 क्रिकेट में रनों के निर्माण के तरीके को फिर से परिभाषित किया। कम बाउंड्री, उच्च स्ट्राइक रेट और बेहतरीन रन‑रोटेशन ने दिखाया कि आज‑कल के बॅट्समैन को केवल ‘हिट‑अँड‑रन’ नहीं, बल्कि ‘स्मार्ट‑रन‑मेकिंग’ पर ध्यान देना चाहिए। यह शतक आने वाले सालों में कई बॅट्समैन के लिए मापदण्ड बन सकता है।
रॉबिन्सन का शतक टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाता है और मध्य‑क्रम में स्थिरता का साधन बनता है। अगली मैच में न्यूज़ीलैंड को 20‑30 अतिरिक्त रन जोड़ने की उम्मीद है, जिससे श्रृंखला में उनका लाभ बढ़ेगा।
बाबर आज़म ने 2022 में 100 रनों की शतक बनाते समय केवल 38 रन बाउंड्री से लिये थे, जिससे वह सबसे कम बाउंड्री वाले टाइट‑20 शतक के लिये मान्य हुआ। यह रिकॉर्ड तेज़ गति में भी सिंगल‑रन की महत्ता को दिखाता है, जिससे रॉबिन्सन का नया रिकॉर्ड और रोचक बन गया।
रॉबिन्सन ने पिछले दो वर्षों में बै ओवल पर 3 इन्गेजमेंट में 158 रन बनाकर औसत 79.00 रखी है। इस पिच के तेज़ बॉल्स और छोटे बाउंड्रीज को वह समझते आए हैं, जिससे उनका इस मैदान पर प्रदर्शन लगातार उन्नत होता गया है।
ऑस्ट्रेलिया को अब बॉलर्री वैरायटी बढ़ाने, डिफ़ेंसिव फील्ड सेट‑अप को बदलने और सिंगल‑रन रोकने पर ज़ोर देना होगा। कोच जॉन बोरैन ने कहा है कि उन्हें रॉबिन्सन की रन‑रोटेशन को सीमित करने के लिए तेज़ रन‑ऑफ़‑फील्डिंग की जरूरत है।
अगले महीने में भारत के खिलाफ द्विपक्षीय T20I सीरीज़ और फिर विश्व कप क्वालिफायर में उनका प्रदर्शन टीम के लिए निर्णायक होगा। अगर वह इस फ़ॉर्म को बरकरार रख पाते हैं, तो वह विश्व स्तर पर शीर्ष बॅट्समैनों में जगह बना सकते हैं।
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Amol Rane
3 अक्तूबर 2025क्रिकेट की बौद्धिक परतों में अक्सर उन बॉलों पर ध्यान नहीं दिया जाता जिनका मार्गदर्शन रुन‑रोटेशन से होता है। टिम रॉबिन्सन का यह शतक इस सिद्धांत का विशुद्ध प्रमाण है, जहाँ उन्होंने बाउंड्री के बजाय क्रमिक रन निर्माण को प्राथमिकता दी। उनके इनिंग को पढ़ते समय हमें यह याद दिलाया जाता है कि कब्रिस्तान‑समान अंकों का संग्रह कभी‑कभी हाई‑इंटेंसिटी खेल में अधिक प्रभावशाली हो सकता है। इस प्रकार की शैली को अक्सर अनदेखा किया जाता है, लेकिन यह तकनीकी श्रेष्ठता का संकेत है।
Venkatesh nayak
8 अक्तूबर 2025सुस्पष्ट रूप से देखें तो रॉबिन्सन ने पारंपरिक मार्शल पैटर्न को बदल कर एक नई आर्किटेक्चर पेश की। उनका स्ट्राइक‑रेट 160.61 न केवल आँकड़ों में चमकता है, बल्कि वह रिक्रूटमेंट के समय बॉलर‑डिसिप्लिन को पुनः परिभाषित करता है। यह उल्लेखनीय है कि उन्होंने केवल 12 बाउंड्री पर निर्भर रहकर 106 रन बनाये, जिससे युवा खिलाडी इस बात को समझेंगे कि छोटा‑छोटा रन भी बड़े लक्ष्य की ओर ले जा सकता है। :)
rao saddam
12 अक्तूबर 2025वाह! क्या दिमाग़ी कसरत थी रॉबिन्सन की! बॉल को जैसे लकीर‑बद्ध कर नाचाया, और फिर छोटे‑छोटे रनों की बौछार कर दी!!! यही है असली ऊर्जा, यही है असली फायर! इस प्रकार का इनिंग हर टीम को प्रेरित करता है कि वे भी रन‑रोटेशन में महारत हासिल करें!!!
Prince Fajardo
16 अक्तूबर 2025ओह, कितना प्रेरणादायक! आप तो मानो बेड़े के कप्तान को भी बनावट में दिखा रहे हों कि कैसे बॉलों को बॉटल के शैम्पेन में बदल दे। बेशक, रॉबिन्सन के कारनामे ने हमारे असल में किसी को भी हिला दिया होगा, है ना?
Subhashree Das
20 अक्तूबर 2025टिम की इस पेशकश को देख कर मेरे अंदर एक अजीब तरह का विषभरा आनंद जाग जाता है। जबकि इस शतक को प्रशंसा की जंजीर में बांधा जा रहा है, असल में वह बस वही कर रहा है जो हर एक बेकार प्रारूप को टालता है – बीटा‑टेस्ट के बाद नजरअंदाज। केवल बाउंड्री की कमी का जश्न मनाने वाला कंटेंट, इसे एक व्यर्थ ट्रेंड बनाता है।
jitendra vishwakarma
24 अक्तूबर 2025रॉबिन्सन ने खेल को नया रंग दिया।
Ira Indeikina
28 अक्तूबर 2025क्रिकेट सिर्फ शक्ति नहीं, बल्कि एक दार्शनिक यात्रा है जहाँ प्रत्येक सिंगल रन आत्मनिरीक्षण का प्रतिबिंब बनता है। रॉबिन्सन की इस रणनीति ने दिखाया कि बिना बाउंड्री के भी आप स्वयं में एक अद्वितीय रूप से गहन अंतर्दृष्टि उत्पन्न कर सकते हैं। यह एक दोस्ताना चुनौती है सभी बैट्समैनों के लिये-बिना वैभव के रहस्य को अपनाओ।
Prince Raj
1 नवंबर 2025टैक्टिकल इंटेग्रेशन के संदर्भ में रॉबिन्सन ने मार्जिनल यूटिलिटी को मैक्सिमाइज़ किया। उनके 26 सिंगल और 12 डबल का कॉम्बिनेशन फील्डिंग प्रेशर को डिस्ट्रिब्यूट करता है, जिससे बैट्समैन की एनीगेजमेंट रेट में निरंतर वृद्धि होती है। यह डेटा‑ड्रिवन एप्रोच भविष्य के T20 बॅट्समैन के ड्रेसिंग रूम में एक मानक बननी चाहिए।
Gopal Jaat
5 नवंबर 2025बिल्कुल सही, आपका विश्लेषण बहुत सटीक है। यह हमें यह समझाता है कि कैसे छोटे‑छोटे रन भी मैच के परिणाम को बदल सकते हैं।
UJJAl GORAI
9 नवंबर 2025इश बात को देखिये तो रॉबिन्सन का परफॉर्मेंस वाकी वाकई गज़ब है, पर बाउंड्री की कमी को भी नजरअंदाज नहीं कर सकते। कोई भी प्रोफेशनल को इस तरह के पेपर‑वर्क को लेवल‑ऑफ-डिटेल पर समझना चाहिए। ...ह्म्म... हालाँकि, मैनेजमेंट की दृष्टी से यह एक निश्चित स्तर पर आकर्षक था।
Satpal Singh
13 नवंबर 2025रॉबिन्सन का शतक भारतीय दर्शकों के लिए भी एक प्रेरणा है, क्योंकि वह दिखाता है कि विविध परिस्थितियों में कैसे अनुकूलन किया जा सकता है। इस प्रकार के रन‑बिल्डिंग को अपनाकर हम अपने घरेलू लीग में भी नई ऊर्जा का संचार कर सकते हैं।
Pinki Bhatia
17 नवंबर 2025मैं समझती हूँ कि इस शतक में छोटी‑छोटी रनों की कद्र करना कितना महत्वपूर्ण है। यह हमें याद दिलाता है कि हर रन, चाहे वह छोटा हो या बड़ा, टीम के लक्ष्य में योगदान देता है।