दिवाली – त्योहार की रौशनी और खुशियाँ

When working with दिवाली, हिंदू कैलेंडर के अनुसार कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाने वाला प्रकाश का त्यौहार है, जिसमें घर‑घर दीप जलाए जाते हैं और खुशी के गीत गाए जाते हैं. Also known as Deepavali, it marks the victory of good over darkness and ushers in new hopes for the coming year. इस चमक‑भरी रात में लोग अपने घरों को साफ‑सुथरा करके, रंग‑बिरंगी रंगोली, फ्लोर पर पाउडर और फूलों से बनाई गई सजावटी डिज़ाइन से सजा देते हैं। यही वजह है कि दिवाली सिर्फ एक दिन नहीं, बल्कि कई दिनों तक चलने वाला एक सामाजिक समारोह बन जाता है।

दिवाली के मुख्य तत्व और उनसे जुड़े अनुभव

दिवाली में पटाखे, आतिशबाज़ी के उपकरण जो ध्वनि और रोशनी से उत्सव को उजागर करते हैं का इस्तेमाल अक्सर किया जाता है; यह शोर और चमक से उत्सव की लहर को बढ़ाता है और युवा वर्ग में खासा आकर्षण पैदा करता है। साथ ही, मिठाइयाँ—जैसे मिठाई, शुगर और दूध से बनी खीर, लड्डू, बारफ़ी आदि—परिवार के साथ बाँटने का मुख्य माध्यम हैं, जिससे रिश्तों में मिठास बढ़ती है। जब सब लोग एक साथ मिलकर दिवाली मनाते हैं, तो छुट्टी, खरीद‑दारी और सामुदायिक कार्यक्रम एक साथ जुड़ते हैं, जिससे सामाजिक बंधन मजबूत होते हैं।

इन तीन मुख्य तत्वों—दीप, पटाखे और मिठाई—के बीच का संबंध स्पष्ट है: दीप घर की अंधेरी कोनों को रोशन करता है, पटाखे उत्सव की ऊर्जा को बढ़ाते हैं और मिठाइयों की मिठास लोगों के बीच भावनात्मक जुड़ाव को सहारा देती है। यही कारण है कि दिवाली के दौरान शॉपिंग मॉल, बाजार और ऑनलाइन स्टोर भी अपनी सबसे बड़ी सेल चलाते हैं, क्योंकि खरीदारों में उत्साह और बजट दोनों ही बढ़ते हैं। इस अवधि में कई लोग नई कपड़े, घर की सजावट और गिफ्ट्स खरीदते हैं, जिससे आर्थिक गतिविधियों में एक सकारात्मक उछाल आता है।

अब आप जानते हैं कि दिवाली सिर्फ दीयों का जलना नहीं, बल्कि एक संपूर्ण सामाजिक-आर्थिक माहौल बनाता है, जहाँ प्रकाश, ध्वनि और स्वाद एक साथ मिलकर लोगों को जोड़ते हैं। नीचे दिए गए लेखों में आपको इस साल की ख़ास तैयारियों, सुरक्षा उपायों, मज़ेदार रेसिपी और परिवार के साथ मनाने के नए‑नए तरीकों की विस्तृत जानकारी मिलेगी। आइए, इस उत्सव को और भी ख़ास बनाते हैं।

राजेश रोकड़े के अनुसार सोना‑चाँदी को मिले बड़ा सुधार, दिवाली बाजार बंद

राजेश रोकड़े के अनुसार सोना‑चाँदी को मिले बड़ा सुधार, दिवाली बाजार बंद

दिवाली के बाद MCX बंद रहने से सोना‑चाँदी की कीमतें रिकॉर्ड‑रैली के बाद सुधर रही हैं, राजेश रोकड़े और विशेषज्ञों के अनुसार यह ठहराव अस्थायी है।

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