H-1B शुल्क: क्या हैं, कैसे गणना करें और कब तैयार रहें

जब आप H-1B शुल्क, अमेरिका में H-1B वीज़ा के लिए नियोजित नियोक्ता को चुकानी पड़ने वाली विभिन्न फीसों का समुच्चय है. Also known as H-1B वीज़ा फीस, it कौशल‑आधारित रोजगार, इमीग्रेशन प्रक्रिया और नियामक आवश्यकताओं को कवर करता है. अगर आप या आपका नियोक्ता इस वीज़ा को अपनाने की सोच रहे हैं, तो समझना जरूरी है कि कुल खर्च में बेसिक फ़ॉर्मिंग फीस, फ्रॉड‑प्रिवेंशन फीस और प्रीमियम फीस शामिल हैं। ये तीन मुख्य घटक H-1B शुल्क की संरचना बनाते हैं, जिससे budgeting आसान हो जाता है।

अब बात करते हैं अमेरिकी इमीग्रेशन कानून, वह नियम‑समूह जो विदेशियों के प्रवेश, काम और रहने की शर्तें तय करता है की। यह कानून H-1B प्रक्रिया के हर कदम को प्रभावित करता है—जैसे कि लॉटरी ड्रॉ, पिटीशन दाखिल करना, और फ़ाइलिंग समय‑सीमा। जब कानून में बदलाव आता है, तो शुल्क संरचना भी अपडेट होती है; उदाहरण के तौर पर, 2023 में प्रीमियम फीस में 10 % का इज़ाफ़ा हुआ था। इसलिए, नवीनतम इमीग्रेशन अपडेट को फॉलो करना आपके खर्च को अप्रत्याशित रूप से बढ़ने से बचा सकता है।

एक और महत्वपूर्ण इकाई है अमेरिकी रोजगार बाजार, संयुक्त राज्य में जॉब की उपलब्धता और मांग का समग्र दृश्य। H-1B वीज़ा का मूल उद्देश्य नियोक्ताओं को हाई‑स्किल्ड टैलेंट उपलब्ध कराना है, इसलिए जब टेक इंडस्ट्री, हेल्थकेयर या फ़ाइनेंस में मांग बढ़ती है, तो इमीग्रेशन विभाग की लॉटरी में चयन दर भी सुधर सकती है। इस परिप्रेक्ष्य में, यदि आप अभी अभी करियर बदलने या आगे की पढ़ाई की योजना बना रहे हैं, तो रोजगार बाजार के रुझान देखना फायदेमंद रहेगा।

इन सबके बीच कौशल‑आधारित वीज़ा, वो श्रेणी जिसमें H-1B, L-1 और O-1 वीज़ा शामिल हैं, और जो उम्मीदवार की शिक्षा या अनुभव पर आधारित होते हैं का विशेष महत्व है। यह वर्गीकरण बताता है कि किस तरह की योग्यता या प्रमाणपत्र शुल्क को प्रभावित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपका नियोक्ता आपको “सुपर‑प्रायोरिटी” कैटेगरी में डालता है, तो फ्रॉड‑प्रिवेंशन फीस में कुछ रियायत मिल सकती है। इसलिए, अपने प्रोफ़ाइल को सही ढंग से क्लासिफ़ाई करना और नियोक्ता के साथ मिलकर सही श्रेणी चुनना सबसे बड़ा खर्च‑कम करने वाला कदम है।

तो अब आपने समझ लिया कि H-1B शुल्क के मुख्य घटक, इमीग्रेशन नियम, रोजगार बाजार के रुझान और कौशल‑आधारित वीज़ा की परस्पर जुड़ाव कैसे काम करते हैं। इस पृष्ठ पर नीचे आपको इन विषयों से संबंधित मौजूदा लेख, केस स्टडी और ताज़ा अपडेट मिलेंगे—जैसे कि 2025 की फ्रॉड‑प्रिवेंशन फीस की नई दर, लॉटरी प्रोसेस में परिवर्तन, और नियोक्ता के लिए कुछ बचत‑ट्रिक। पढ़ते रहिए, ताकि आप या आपका नियोक्ता सही समय पर सही निर्णय ले सके।

बॉम्बे सेंसेक्स में हल्की गिरावट, IT सेक्टर में H‑1B फीस बढ़ोतरी से तीव्र झटका

बॉम्बे सेंसेक्स में हल्की गिरावट, IT सेक्टर में H‑1B फीस बढ़ोतरी से तीव्र झटका

23 सितंबर को भारत के शेयर बाजार में सेंसेक्स व निफ्टी में हल्की गिरावट, जबकि H‑1B वीजा फीस बढ़ोतरी से IT सेक्टर में 3% का तेज़ गिरावट, TCS‑इन्फोसिस के शेयरों पर भारी दबाव।

आगे पढ़ें