जब हम Rajeev Shukla, भारतीय राजनीति और मनोरंजन उद्योग दोनों में सक्रिय एक नेता और निर्माता. राजीव शुक्ला के बारे में बात करते हैं, तो स्वाभाविक ही दो जुड़े जगत नजर आते हैं। एक तरफ भारतीय राजनीति, भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था और संस्थागत प्रक्रियाओं का संग्रह है, जो नीतियों, चुनावों और विधायी कार्यों से भरपूर है। दूसरी ओर फ़िल्म उत्पादन, सिनेमाई कहानियों को स्क्रीन पर लाने की कला और व्यवसाय और टेलीविजन, घरेलू दर्शकों तक खबरें, ड्रामा और रियलिटी शोज़ पहुँचाने का माध्यम मिलते हैं। इस त्रिकोण के बीच लोकसभा, भारतीय संसद की ऊँची आवाज़, जहाँ राजनेता कानून बनाते हैं भी एक महत्वपूर्ण कड़ी है।
इन सभी इकाइयों के बीच के संबंध को समझना आसान नहीं है, लेकिन Rajeev Shukla ने इसे बहुत स्वाभाविक बना दिया। राजीव शुक्ला के स्वभाव में राजनीति की बारीकी और मनोरंजन की रचनात्मकता दोनों का मिश्रण है – यह संबंध दर्शाता है कि "राजनीति आवश्यक करती है जनसंचार को, जबकि फ़िल्म और टेलीविजन सहयोग करते हैं जनता को जुड़ने में"। उनका काम दिखाता है कि "लोकसभा में उठाए गए मुद्दे टेलीविजन पर चर्चा बनते हैं" और "फ़िल्म प्रोजेक्ट्स राजनीतिक संदेशों को हल्के ढंग से पेश कर सकते हैं"। इस तरह के पारस्परिक प्रभाव से हमारे समाज में नई धारा चलती है।
नीचे आपको राजीव शुक्ला से जुड़ी ताज़ा ख़बरें, विश्लेषण और राय मिलेंगी – चाहे वो नई राजनैतिक पहल हो, फ़िल्म प्रोजेक्ट की घोषणा हो, या टेलीविजन पर उनके कार्यक्रमों की अपडेट। इन लेखों को पढ़कर आप समझ पाएँगे कि कैसे एक ही व्यक्ति तीन अलग-अलग क्षेत्रों में बदलाव लाता है और किन बातों पर ध्यान देना चाहिए जब आप इन क्षेत्रों में रुचि रखते हैं। देखें, पढ़ें और अपने विचार बनाएं।
मिथुन मनहास को BCCI के 37वें अध्यक्ष चुना गया, राजीव शुक्ला बने उपाध्यक्ष। दोडा जिले के इस टॉप क्रिकेटर की नियुक्ति से खेल और राजनीति दोनों में नई ऊर्जा आएगी।
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