मिथुन मनहास बने BCCI के 37वें अध्यक्ष, राजीव शुक्ला बने उपाध्यक्ष

जब मिथुन मनहास, पूर्व दिल्ली कप्तान को BCCI का नया अध्यक्ष घोषित किया गया, तो क्रिकेट जगत में ज़ोरदार हलचल मच गई। 28 सितंबर 2025 को बोर्ड के मुख्यालय में हुए 94 वें वार्षिक आम सभा (AGM) में 45‑साल के मनहास ने बिना किसी विरोधी के पद हासिल किया, जबकि राजीव शुक्ला, जोरज बिन्नी के पदत्याग के बाद अंतरिम अध्यक्ष रहे, अब उपाध्यक्ष बने। यह नियुक्ति मनहास को भारत के सबसे धनी क्रिकेट बोर्ड का शीर्ष अधिकारी बना देती है, जहाँ वे महंगाई‑समायोजित दैनिक भत्ते और विशेष सुविधाओं के माध्यम से रिवार्ड प्राप्त करेंगे।

इतिहास और पृष्ठभूमि

पहले दो दशक में सौरव गांगुली और जोरज बिन्नी ने ही BCCI के अध्यक्ष पद को संभाला था। इस क्रम में केवल तीन ही पूर्व खिलाड़ी अब तक इस पद पर आए हैं। मायने रखता है कि मनहास का जन्म भदेरवा, पूर्व डोदा जिले (जम्मू‑कश्मीर) में हुआ था – एक ऐसा क्षेत्र जिसे अक्सर दूरस्थ और कम‑संसाधन वाला कहा जाता है। अब यह कहानी वहीँ के युवा क्रिकेट प्रेमियों के लिए प्रेरणा बन गई है।

वोटिंग प्रक्रिया और मुख्य आंकड़े

AGM में कुल 31 प्रतिनिधियों ने मतदान किया, लेकिन मनहास के खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं खड़ा हुआ, जिससे उनका चयन ‘अनिपक्षीय’ (unopposed) हो गया। इस दौरान, संघ के सचिव दल ने कुछ प्रमुख वित्तीय आँकड़े भी सार्वजनिक किए:

  • घरेलू मीटिंग के लिए दैनिक भत्ता – ₹40,000
  • अंतर्राष्ट्रीय मीटिंग के लिए दैनिक भत्ता – USD 1,000 (लगभग ₹89,000)।
  • वेतन नहीं, केवल भत्ते और विस्तृत सुविधाएँ (निवास, यात्रा, स्वास्थ्य बीमा)।
  • वेतन‑समकक्ष डेली रिवार्ड्स को पिछले 5 वर्षों में 12% वृद्धि मिली है।

इन आँकड़ों को इकॉनमिक टाइम्स ने विस्तृत रिपोर्ट में उजागर किया था, जिसमें कहा गया कि BCCI के शीर्ष अधिकारी अक्सर "सबसे अधिक भुगतान वाले गैर‑वेतन पदों" में गिने जाते हैं।

राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने X (पहले ट्विटर) पर इस नियुक्ति को "जम्मू‑कश्मीर के दोडा जिले के लिए एक ऐतिहासिक अवसर" कहा। उन्होंने लिखित रूप में कहा: "एक तरफ़ कश्मीर की क़ीस्तवार की शीटल विश्व विजेता बन गई, और अब भदेरवा के मिथुन BCCI के शीर्ष पर हैं।" यह बयान प्रदेश में क्रिकेट के विकास को गति देने की आशा को भी दर्शाता है।

दूसरी ओर, कुछ क्रिकेट विश्लेषकों ने मनहास की कार्यनीति को लेकर सवाल उठाए। विशेषज्ञ अभिसhek जैन ने कहा, "राष्ट्रकूट के भीतर कई संरचनात्मक बदलावों को लागू करना आसान नहीं होगा, खासकर जब पहलू‑व्यापी टॉइ‑बस्टर एवं आईपीएल की वित्तीय संरचना को संतुलित रखना है।"

आगे का मार्ग और प्रमुख चुनौतियां

मनहास के सामने सबसे बड़ी चुनौती भारत की राष्ट्रीय टीम को लगातार जीत की लकीर पर रखना और साथ ही घरेलू प्रतियोगिताओं (Ranji Trophy, Vijay Hazare) को आधुनिक बनाना है। उनका पहला टेस्ट‑सीज़न 2025‑26 में शुरू होगा, जिसमें कोचिंग स्टाफ, चयन समिति और विश्व कप की तैयारी शामिल है।

इसके अलावा, कुछ मुद्दे ऐसे हैं जो तुरंत उनका ध्यान खींचेंगे:

  1. IPL के टेलीविजन अधिकार एवं डिजिटल स्ट्रीमिंग डील्स का नवीनीकरण।
  2. जवाबदेही और पारदर्शिता के लिए नई निगरानी इकाई की स्थापना।
  3. जम्मू‑कश्मीर में खेल बुनियादी ढाँचा मजबूत करने के लिए विशेष फैंडिंग.

भविष्य की संभावनाएं

अगर मनहास इन चुनौतियों को सफलतापूर्वक संभाल लेते हैं, तो भारत के क्रिकेट को न केवल वित्तीय रूप से बल्कि सामाजिक स्तर पर भी नई ऊँचाइयों पर ले जाया जा सकेगा। उनकी जड़ें छोटे शहर में होने के कारण, अपेक्षा की जाती है कि वह ग्रामीण स्तर पर टैलेंट स्काउटिंग को लेकर नई पहल करेंगे – शायद हर साल एक ‘भदेरवा टूर’ आयोजित करें, जहाँ दूर‑दराज़ क्षेत्रों के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय मंच पर लाया जा सके।

संक्षेप में, यह नियुक्ति भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय खोलती है – जहाँ व्यक्तिगत प्रयास, राजनीति और आर्थिक शक्ति आपस में जुड़ कर नई दिशा तय करती है।

Frequently Asked Questions

Frequently Asked Questions

मिथुन मनहास के राष्ट्रपति बनने से भारतीय क्रिकेट को क्या लाभ होगा?

मनहास का ग्रामीण जड़ें उन्हें दूर‑दराज़ क्षेत्रों में टैलेंट स्काउटिंग को प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित कर सकती हैं। इससे नए खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर अवसर मिलेंगे, और घरेलू टूर्नामेंटों की प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।

राजीव शुक्ला अब उपाध्यक्ष क्यों बन गए?

शुक्ला ने बिन्नी के पदत्याग के बाद अस्थायी रूप से अध्यक्षता संभाली थी। उनका अनुभव और प्रशासनिक कौशल उन्हें उपाध्यक्ष के रूप में जारी रखने के लिए उपयुक्त बनाता है, जिससे निरन्तरता बनी रहे।

क्या मनहास को वेतन मिलेगा?

पद को मौखिक (honorary) माना जाता है, इसलिए कोई स्थिर वेतन नहीं है। इसके बजाय, वे घरेलू मीटिंग्स के लिए ₹40,000 और अंतर्राष्ट्रीय मीटिंग्स के लिए USD 1,000 के दैनिक भत्ते प्राप्त करेंगे, साथ ही यात्रा, आवास और स्वास्थ्य बीमा जैसी सुविधाएँ भी।

जम्मू‑कश्मीर के क्रिकेट में इस परिवर्तन का क्या अर्थ है?

मनहास के जन्मस्थल भदेरवा के कारण, स्थानीय सरकार और बोर्ड संभावित रूप से अधिक निवेश और बुनियादी ढाँचा सुधार की आशा कर रहे हैं, जिससे क्षेत्रीय खिलाड़ियों को राष्ट्रीय मंच पर पहुँचने का रास्ता आसान हो जाएगा।

अगले कुछ महीनों में मनहास को कौन‑सी प्रमुख चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा?

IPL के टेलीविजन अधिकारों का नवीनीकरण, पारदर्शिता हेतु नई निगरानी इकाई बनाना और राष्ट्रीय टीम के लिए विश्व कप की तैयारी प्राथमिक कार्यसूची में हैं। इनका सफल प्रबंधन ही उनकी अध्यक्षता की सफलता निर्धारित करेगा।

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टिप्पणि

khajan singh

khajan singh

28 सितंबर 2025

मिथुन मनहास के BCCI अध्यक्ष बनने से भारतीय क्रिकेट इकोसिस्टम में नया डाइनामिक जुड़ाव होगा।
उनकी ग्रामीण जड़ें टैलेंट स्काउटिंग के मल्टी-लेयर मॉडल को सुदृढ़ करेंगे।
भदेरवा जैसे दूरस्थ क्षेत्रों में इन्फ्रास्ट्रक्चर एन्हांसमेंट की आवश्यकता पर नई प्राइऑरिटी बनेगी।
वित्तीय रिवॉर्ड स्ट्रक्चर में डेली भत्ते जैसे कॉम्पोनेन्ट को बेंचमार्किंग के टूल के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।
यह ट्रांसपरेन्सी फ्रेमवर्क बोर्ड के एग्जिक्युटिव ट्रांस्फरेंस को वैलिडेट करेगा।
मनहास की लीडरशिप में IPL टेलीविजन अधिकार के री-नेगोशिएशन में प्राइस एसेसमेंट मॉडल को रिवाइड किया जा सकता है।
डिजिटल स्ट्रिमिंग डील्स के नेक्स्ट-जनरेशन एग्रीमेंट में ब्लॉकचेन बेस्ड ऑडिट ट्रेल शामिल होना चाहिए।
रनजी ट्रॉफी और वायज हजारे की मॉडर्नाइज़ेशन के लिए टॉप-टियर कोचिंग लाइब्रेरी सेट अप की जाएगी।
प्लेयर्स के वेलनेस प्रोग्राम में माइंडफुलनेस मॉड्यूल को इंटीग्रेट किया जाएगा।
निर्बाध डेटा एनेबल्ड डिसीजन मेकिंग के लिए एआई-ड्रिवेन एनालिटिक्स का इम्प्लीमेंटेशन आवश्यक है।
फ़ैसलों में क्वालिटी कंट्रोल के लिए इंटर्नल ऑडिट कमिटी को इंडिपेंडेंट बना दिया जाएगा।
जम्मू‑कश्मीर में नए स्टेडियम बनवाने के लिए पीपीएफ फंडिंग मॉडल को एन्हांस किया जाएगा।
रिवॉर्ड्स के हिसाब से टॉप-परफ़ॉर्मर्स को एन्युअल बेस्ट प्लेयर एवार्ड दिया जाएगा।
सामाजिक इम्पैक्ट को मापने के लिए CSR इनिशिएटिव का स्कोप बढ़ाया जाएगा।
बोर्ड की गव्हर्नेंस स्ट्रक्चर में पारदर्शिता को बढ़ाने के लिए सार्वजनिक रिव्यू पोर्टल लॉन्च किया जाने वाला है :)

Dharmendra Pal

Dharmendra Pal

7 अक्तूबर 2025

मनहास के अध्यक्ष बनने से लाभदायक होगा बोर्ड की स्थायित्व में सुधार यह नई ऊर्जा लाएगा। वित्तीय पारदर्शिता भी बढ़ेगी।

Balaji Venkatraman

Balaji Venkatraman

15 अक्तूबर 2025

ऐसे पदों पर नैतिकता की कसौटी हमेशा ऊँची रखनी चाहिए क्योंकि जनता का भरोसा ही खेल की असली संपत्ति है।

Tushar Kumbhare

Tushar Kumbhare

23 अक्तूबर 2025

चलो दोस्तों इस नई लीडरशिप से उम्मीदें रखो 🚀 साथ मिलकर क्रिकेट को नया मुकाम देंगे 😊

Arvind Singh

Arvind Singh

31 अक्तूबर 2025

हूँ, अब तो वही पुरानी गड़बड़ी फिर से शुरू ही होगी, देखेंगे कौन बचता है।

Vidyut Bhasin

Vidyut Bhasin

6 नवंबर 2025

आह, तुम तो हमेशा वही पुराने पैटर्न का ही समर्थन कर रहे हो, लेकिन विचारों की गहराई देखो तो सब कुछ एक ही उलझन में नहीं है।

nihal bagwan

nihal bagwan

11 नवंबर 2025

देश की शान को नुकसान नहीं पहुंचाने वाले ऐसे विचारों को भारत की गरिमा के सामने कहीं नहीं टिकने देना चाहिए, हमारी सीमा की सुरक्षा ही प्राथमिकता है।

Arjun Sharma

Arjun Sharma

17 नवंबर 2025

भाईयो हम सब मिलके काम कर सकते है कोई भी इश्यू नहीं रहेगा सब एक साथ सॉल्व हो जाएगा, यार।

Sanjit Mondal

Sanjit Mondal

23 नवंबर 2025

मनहास की अध्यक्षता से BCCI में नई रणनीतिक दिशा मिल सकती है, यह बदलाव सकारात्मक परिणाम दे सकता है :)

Ajit Navraj Hans

Ajit Navraj Hans

29 नवंबर 2025

सही बात है बस देखना पड़ेगा असली काम कितना जल्दी दिखता है

arjun jowo

arjun jowo

5 दिसंबर 2025

क्या मनहास नई तकनीकी पहल लेकर आएंगे, जैसे एआई आधारित चयन प्रक्रिया?

Rajan Jayswal

Rajan Jayswal

10 दिसंबर 2025

नई लीडरशिप, ताज़ा हवा, क्रिकेट का भविष्य चमकेगा।

Simi Joseph

Simi Joseph

16 दिसंबर 2025

ऐसे सरलीकृत दृष्टिकोण से बोर्ड का जटिल ढांचा कभी नहीं सुधरेगा, गहन विश्लेषण की आवश्यकता है।

Vaneesha Krishnan

Vaneesha Krishnan

22 दिसंबर 2025

सभी की बात समझता हूँ, चलिए मिलकर एक संतुलित योजना बनाते हैं 🤝😊

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