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Bitcoin $125,689 पर पहुंचा, अमेरिकी शटडाउन के बीच रिकॉर्ड नया
Abhishek Rauniyar

Abhishek Rauniyar

जब Bitcoin ने 5 अक्टूबर 2025 को $125,689 का नया रिकॉर्ड बनाया, तो संयुक्त राज्य अमेरिका में चल रहा सरकारी शटडाउन बाजार को हिलाते हुए एक बड़ी सुरक्षा‑आश्रय कहानी बन गया। यह कीमत एशिया सत्र के दौरान छूयी, जबकि जोशुआ लिम, FalconX के सह‑मुखिया मार्केट्स ने कहा: “सुरक्षित‑आश्रय की माँग और डॉलर की डिबेसमेंट कथा का मिश्रण ही इस उछाल का मुख्य कारण है।”

US Government Shutdown 2025United States

शटडाउन बुधवार, 2 अक्टूबर को शुरू हुआ और अभी भी जारी है, जिससे कई सरकारी सेवाओं का बंद होना और अमेरिकी डॉलर में अनिश्चितता पैदा हुई। निवेशक इस अस्थिरता के बीच बिटरकॉइन को एक ‘सेफ‑हैवन’ के रूप में देख रहे हैं, क्योंकि अन्य जोखिम‑सम्पन्न एसेट्स जैसे इक्विटीज़ और सोना भी इस माह में नए हाई के करीब पहुंच रहे हैं।

इतिहास और अक्टूबर की परंपरा

क्रिप्टो‑समुदाय ने ‘Uptober’ नामक परम्परा को पिछले दशक से मनाया है—अक्टूबर में बिटकॉइन आमतौर पर उच्च प्रदर्शन करता है। वास्तव में, पिछले दस वर्षों में नौ बार कीमत में बढ़त देखी गई। इस साल का अक्टूबर अब तक 30% से अधिक बढ़ा है, जिससे यह साल पहले से ही सबसे तेज़ वृद्धि वाला महीना बन गया।

नवीनतम रिकॉर्ड और कीमतें

बिटकॉइन ने पिछले रिकॉर्ड $124,514 (14 अगस्त 2025) को शर्त पर तोड़ते हुए $125,689 का नया शिखर हासिल किया। भारतीय बाजार में इसे ₹11,136,787 (INR) पर दर्ज किया गया, जबकि उसी दिन की कीमत ₹10,941,615.98 थी। इस आंकड़े का मतलब है कि भारतीय निवेशकों को 2012‑2025 के बीच औसत 3,963,596% का जबरदस्त रिटर्न मिल चुका है।

  • अक्टूबर 2025 में बिटकॉइन की कीमत में 30% से अधिक वृद्धि।
  • US डॉलर और ट्रेजरी बांड में गिरावट, जबकि सोना सातवीं सप्ताह की उच्चतम पर।
  • इनहाउस एआई डीलों के कारण US इक्विटीज़ ने रिकॉर्ड हाई छुई।

बाजार के पीछे की सिद्धान्त

फैल्कनएक्स के जोशुआ लिम ने बताया कि “डॉलर की डिबेसमेंट कथा, यानी अमेरिकी फेड की मौद्रिक नीति में ढीलापन, निवेशकों को बिटकॉइन जैसे डिजिटल एसेट की ओर धकेल रही है।” वही जियोफ केंड्रिक, Standard Chartered Plc के ग्लोबल हेड ऑफ डिजिटल एसेट्स ने कहा, “पिछली बार 2018‑2019 के शटडाउन में बिटकॉइन इस तरह नहीं चला, इस बार की स्थितियां अलग हैं।”

एक और बड़ा कारक है संस्थागत संस्थाओं का निरंतर इन-फ़्लो। माइकल सेयर्ल (Michael Saylor) के नेतृत्व में MicroStrategy ने अपने ट्रेज़री में बिटकॉइन को जोड़ना जारी रखा, जिससे अन्य कंपनियों के लिए यह एक ‘ब्लू‑चिप’ डिजिटल एसेट बन गया। यह कदम छोटे क्रिप्टोकरेंसी जैसे इथीरियम के लिए भी आकर्षण बढ़ा रहा है।

कॉर्पोरेट अपनाना और संस्थागत निवेश

कॉर्पोरेट अपनाना और संस्थागत निवेश

MicroStrategy ने अब तक कुल 150,000 बिटकॉइन (लगभग $25 बिलियन) जमा किए हैं, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। इस कदम ने कई Fortune 500 कंपनियों को भी बिटकॉइन‑बेस्ड टैलेंट रिवार्ड या ट्रेज़री स्ट्रैटेजी अपनाने के लिए प्रेरित किया। इसके अलावा, एशिया‑पैसिफिक में कई हेज फंड ने अपनी पोर्टफोलियो में बिटकॉइन को ‘कोर होल्डिंग’ के रूप में वर्गीकृत किया है।

वित्तीय नियामक भी इस दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। भारतीय सिक्योरिटीज़ डिपार्टमेंट ने अक्टूबर के मध्य में “डिजिटल एसेट्स पर नियामक ढांचा” जारी किया, जो निवेशकों को साक्ष्य‑आधारित सुरक्षा प्रदान करने का वादा करता है।

भविष्य की दिशा और विशेषज्ञों की राय

विशेषज्ञों का मानना है कि शटडाउन के अंत तक, अगर अमेरिकी कांग्रेस समय पर समझौता नहीं करती, तो फेड की मौद्रिक छंटनी और अधिक गहरी हो सकती है, जिससे बिटकॉइन की कीमत में और उछाल बरकरार रह सकता है। हालांकि, जोखिम‑संचित निवेशकों को चेतावनी दी जा रही है कि अत्यधिक अस्थिरता के कारण कीमतें तेज़ी से गिर भी सकती हैं।

एक दीर्घकालिक दृष्टिकोण से, “बिटकॉइन अब सिर्फ एक डिजिटल सोना नहीं, बल्कि एक वैश्विक रिज़र्व एसेट बनता जा रहा है,” कहते हैं जियोफ केंड्रिक। यदि संस्थागत अपनाना जारी रहा, तो अगले साल तक कीमत $150,000 को भी छू सकती है।

Frequently Asked Questions

अक्टूबर में बिटकॉइन की कीमत इतनी तेजी से क्यों बढ़ी?

अक्टूबर में इतिहासिक रूप से क्रिप्टो‑मार्केट में मौसमी उच्चता देखी जाती है। इस वर्ष अमेरिकी शटडाउन के कारण जोखिम‑आसानी से बचते निवेशकों ने बिटकॉइन को ‘सेफ‑हैवन’ माना, जिससे मांग में उछाल आया। साथ ही माइकल सेयर्ल की MicroStrategy जैसी कंपनियों द्वारा बड़े‑पैमाने पर खरीदारी ने कीमत को आगे धकेला।

क्या भारतीय निवेशकों को इस रिकॉर्ड से लाभ होगा?

हाँ, भारतीय रुपये में बिटकॉइन का मूल्य ₹11,13,678 (INR) तक पहुंच गया, जो पिछले वर्षों की तुलना में 3,96 लाख प्रतिशत से अधिक रिटर्न दर्शाता है। हालांकि, टैक्स और नियामक पहलुओं को समझना आवश्यक है, क्योंकि इन नियमों में बदलाव संभावित जोखिम पैदा कर सकता है।

US Government Shutdown 2025 का बिटकॉइन पर क्या असर है?

शटडाउन से अमेरिकी डॉलर की स्थिरता पर सवाल उठे हैं, जिससे निवेशक वैकल्पिक एसेट्स की ओर पलटे। इस कारण बिटकॉइन को सुरक्षा‑आश्रय के रूप में देखा गया, जिससे उसकी कीमत में तीव्र वृद्धि हुई। विशेषज्ञ मानते हैं कि शटडाउन के अंत तक बाजार में असंतोष बना रहेगा।

MicroStrategy की बिटकॉइन खरीदारी का क्या मतलब है?

MicroStrategy ने अपने ट्रेज़री में बिटकॉइन को प्रमुख एसेट बनाकर संस्थागत स्वीकृति का संकेत दिया है। यह कदम छोटे‑मोटे कंपनियों को भी समान रणनीति अपनाने के लिए प्रेरित करता है, जिससे पूरे बाजार में निवेश फीडबैक बढ़ता है।

भविष्य में बिटकॉइन की कीमत कितनी हो सकती है?

विश्लेषकों का अनुमान है कि यदि मौजूदा प्रवृत्तियाँ जारी रहती हैं और संस्थागत अपनाना बढ़ता है, तो 2026 के अंत तक बिटकॉइन $150,000 से ऊपर जा सकता है। लेकिन अत्यधिक अस्थिरता और नियामकीय बदलाव इसे उलटा भी कर सकते हैं, इसलिए सावधानी बरतनी चाहिए।

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टिप्पणि

Urmil Pathak

Urmil Pathak

5 अक्तूबर 2025

बिटकॉइन की यह नई ऊँचाई दर्शाती है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं में डिजिटल संपत्तियों की माँग बढ़ रही है।

MD Imran Ansari

MD Imran Ansari

5 अक्तूबर 2025

🚀 बिटकॉइन की इस शानदार उड़ान को देखते हुए, निवेशकों को तुरंत समझना चाहिए कि यह सिर्फ एक अस्थायी ट्रेंड नहीं है, बल्कि दीर्घकालिक संपत्ति का रूप है। 🌟💰

walaal sanjay

walaal sanjay

6 अक्तूबर 2025

भारत की तकनीकी महारथी इस झप्पी को देखिए!!! अमेरिकी आर्थिक दुविधा में बिटकॉइन की चमक हमें दिखा रही है कि हम भी डिजिटल सोने के खेल में अग्रणी हैं!!!!

Umesh Nair

Umesh Nair

6 अक्तूबर 2025

भाईसाहब, ये सब hype है, असली अवसर तो अभी भी भारत में स्टार्टअप्स के पास है, बिटकॉइन का झंझट छोड़ो।

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