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Haris Rauf ने अफ़गानिस्तान के खिलाफ T20I में बनाया इतिहास
Abhishek Rauniyar

Abhishek Rauniyar

मैच की पृष्ठभूमि और स्थिति

विक्टोरिया, कैंडन में खेले गए इस T20I में पाकिस्तान ने शुरुआती ओवरों में कुछ घटिया प्रदर्शन किया। पाँचवें विकेट तक सिर्फ 45 रन बन पाए थे, जिससे टीम को अचानक दबाव का सामना करना पड़ा। जब नौवें खिलाड़ी ने बल्ला संभाला, तो सभी को लगा कि मैच का धक्का गिर गया।

इस तनावपूर्ण माहौल में जब Haris Rauf को दसवें क्रम में भेजा गया, तो कई लोगों ने सोचा कि उनका मुख्य काम बस बॉलर के रूप में रहना है, न कि रन बनाना। लेकिन जल्द ही उन्होंने इस धारणा को उलट दिया।

Rauf की धमाकेदार पारी

Rauf की धमाकेदार पारी

दसवें क्रम में उतरते ही Rauf ने एक ही ओवर में दो छक्के मारकर धूम मचा दी। उसके बाद लगातार दो और छक्के लगाते हुए, उन्होंने कुल चार शानदार छक्के बनाए। यह आक्रमक खेल शैली न केवल रिवर्सल की आशा जगाई, बल्कि भारत को भी चौंका गया।

उनकी इस पारी से बना 10वां विकेट साझेदारी 53 रन का बना, जो अब तक पाकिस्तान की T20I इतिहास में सबसे बड़ा रहा। इस साझेदारी ने टीम को दो-तीन ओवर में दोबारा गति दी और अंततः पाकिस्तान ने लक्ष्य को पार कर जीत हासिल की।

Rauf की इस पारी को देखते हुए विशेषज्ञों ने कहा, "अगर कोई खिलाड़ी दसवें क्रम में भी इतनी जीत की पारी खेलता है, तो उसका ऑल‑राउंडर कहलाना ही तय है।" उन्होंने यह भी बताया कि T20I में दसवें क्रम में चार छक्के मारना बहुत ही दुर्लभ है, और Rauf ऐसे ही कुछ विशेष बटालियन में शामिल होते हैं।

  • पहले 6 गेंदों में 26 रन और चार छक्के।
  • पाकिस्तान की सबसे बड़ी 10वीं विकेट साझेदारी (53 रन)।
  • Rauf ने इस पारी से अपनी बैटिंग औसत को भी बढ़ाया।
  • दसवें क्रम में छक्के मारने वाले केवल कुछ ही खिलाड़ियों ने ऐसा किया है, जिससे Rauf का नाम इतिहास में दर्ज हो गया।

यह पारी पाकिस्तान की बैटिंग गहराई को फिर एक बार साबित करती है। अब जब गेंदबाज भी बैटिंग में धमाल मचा रहे हैं, तो विपक्षी टीमों को हर लाइन‑अप को गंभीरता से लेना पड़ेगा। इस जीत ने न केवल टीम को आत्मविश्वास दिया, बल्कि दर्शकों को भी आश्चर्यचकित कर दिया कि एक तेज़ गेंदबाज कैसे मैदान के हर पहलू में फरक डाल सकता है।

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टिप्पणि

Rakesh Pandey

Rakesh Pandey

27 सितंबर 2025

देखो भई, Haris Rauf की ये पारी कोई सामान्य हवा नहीं, यह बेसलाइन तोड़ने वाला एक वाक़ई छोटा मक़सद है 😏। लेकिन याद रखें कि इस मैच में कई अनजाने संकेत थे, जो हमें सच्चाई की ओर इशारा करते हैं। इस तरह की बल्लेबाज़ी टीम को बहाली की दिशा में ले जाती है, फिर भी सावधानी बरतना ज़रूरी है।

Simi Singh

Simi Singh

6 अक्तूबर 2025

इसीलिए बात यही है कि इस खेल में पर्दे के पीछे कौन से गुप्त खेल चल रहे हैं, शायद कुछ जोड़ीदारों ने स्कोरबोर्ड को अपनी मर्ज़ी से बदल दिया हो।

Rajshree Bhalekar

Rajshree Bhalekar

15 अक्तूबर 2025

सच में दिल छू गया, Rauf की पारी देख कर!

Ganesh kumar Pramanik

Ganesh kumar Pramanik

25 अक्तूबर 2025

यो नज़रें देखो यार, कसके बॉल मार के 4 छक्के मार दिया, वाट्टे वाकई फटके। मज़ा आ गया भाई!

Abhishek maurya

Abhishek maurya

3 नवंबर 2025

Haris Rauf की इस पारी को देख कर मैं गहराई से सोचता हूँ कि क्रिकेट में अब क्या सीमाएँ मौजूद हैं। दसवें क्रम में चार छक्के मारना कोई साधारण बात नहीं, यह तथ्य इतिहास में ही दर्ज होना चाहिए। वह गिंती में नहीं, बल्कि शैली में भी अलग प्रकार का इन्फ्लुएंस लाया है। जब अधिकांश लोग बॉलर की प्रेफ़रेंस पर चर्चा करते हैं, तो हम भूल जाते हैं कि बॉलर खुद भी बैटिंग में कितना योगदान दे सकता है। इस पारी ने दिखाया कि किसी भी क्रम में खिलाड़ी का आत्मविश्वास क्षणिक नहीं बल्कि निरंतर होना चाहिए। 53 रन की साझेदारी टीम को सिर्फ़ साइलेंस नहीं दे पाई, बल्कि दिल में एक नई ऊर्जा भर देगी। यहाँ तक कि विरोधी टीम ने भी इस अचानक बदलते रिदम को समझने में परेशानियों का सामना किया। इस प्रकार की पारी को देख कर हमें यह भी समझ आता है कि टीम की बॉटम ऑर्डर अब सिर्फ़ बचाव नहीं बल्कि आक्रमण का भी विकल्प बन गई है। मैं व्यक्तिगत रूप से इस बात से प्रभावित हूँ कि ओरलैंडर का खिताब केवल कुछ ही खिलाड़ियों को मिलता है, परन्तु अब Rauf इसका हक़दार बन चुका है। इस मैच ने सभी को यह साबित किया कि कभी‑कभी सबसे कम अपेक्षित बिंदु सबसे बड़ा मोड़ बन जाता है। इसके अलावा, इस पारी ने टीम के भीतर एक सकारात्मक माहौल भी तैयार किया है, जिससे आने वाले मैचों में भी यह ऊर्जा बरकरार रहेगी। मैं मानता हूँ कि अगर कोचिंग स्टाफ इस प्रकार की बैटिंग क्षमताओं को पहचान ले तो टीम की रणनीति में नया सुधार आएगा। यह भी ध्यान देने योग्य है कि इस पारी के बाद दर्शकों का उत्साह बढ़ा, जिससे स्टेडियम में उत्साह की लहर दोगुनी हो गई। अगर हम इस पारी को आँकड़ों के साथ नहीं देखते तो हम उस भावनात्मक प्रभाव को खो देंगे जो खेल को जीवंत बनाता है। कुल मिलाकर, मैं इस पारी को क्रिकेट इतिहास में एक मील का पत्थर मानूँगा, जो भविष्य में कई युवा बॉलर-ऑलराउंडर को प्रेरित करेगा। अंत में, यही कहूँगा कि इस तरह की पारी हमें सिखाती है कि कभी‑कभी अनिच्छित अवसर ही सबसे बड़ी जीत की कुंजी होते हैं।

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