विक्टोरिया, कैंडन में खेले गए इस T20I में पाकिस्तान ने शुरुआती ओवरों में कुछ घटिया प्रदर्शन किया। पाँचवें विकेट तक सिर्फ 45 रन बन पाए थे, जिससे टीम को अचानक दबाव का सामना करना पड़ा। जब नौवें खिलाड़ी ने बल्ला संभाला, तो सभी को लगा कि मैच का धक्का गिर गया।
इस तनावपूर्ण माहौल में जब Haris Rauf को दसवें क्रम में भेजा गया, तो कई लोगों ने सोचा कि उनका मुख्य काम बस बॉलर के रूप में रहना है, न कि रन बनाना। लेकिन जल्द ही उन्होंने इस धारणा को उलट दिया।
दसवें क्रम में उतरते ही Rauf ने एक ही ओवर में दो छक्के मारकर धूम मचा दी। उसके बाद लगातार दो और छक्के लगाते हुए, उन्होंने कुल चार शानदार छक्के बनाए। यह आक्रमक खेल शैली न केवल रिवर्सल की आशा जगाई, बल्कि भारत को भी चौंका गया।
उनकी इस पारी से बना 10वां विकेट साझेदारी 53 रन का बना, जो अब तक पाकिस्तान की T20I इतिहास में सबसे बड़ा रहा। इस साझेदारी ने टीम को दो-तीन ओवर में दोबारा गति दी और अंततः पाकिस्तान ने लक्ष्य को पार कर जीत हासिल की।
Rauf की इस पारी को देखते हुए विशेषज्ञों ने कहा, "अगर कोई खिलाड़ी दसवें क्रम में भी इतनी जीत की पारी खेलता है, तो उसका ऑल‑राउंडर कहलाना ही तय है।" उन्होंने यह भी बताया कि T20I में दसवें क्रम में चार छक्के मारना बहुत ही दुर्लभ है, और Rauf ऐसे ही कुछ विशेष बटालियन में शामिल होते हैं।
यह पारी पाकिस्तान की बैटिंग गहराई को फिर एक बार साबित करती है। अब जब गेंदबाज भी बैटिंग में धमाल मचा रहे हैं, तो विपक्षी टीमों को हर लाइन‑अप को गंभीरता से लेना पड़ेगा। इस जीत ने न केवल टीम को आत्मविश्वास दिया, बल्कि दर्शकों को भी आश्चर्यचकित कर दिया कि एक तेज़ गेंदबाज कैसे मैदान के हर पहलू में फरक डाल सकता है।
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