सीरिया में विपक्ष का हमा पर कब्जा और इसके रणनीतिक मायने
सीरिया के लंबे और विवादास्पद संघर्ष में, विपक्षी ताकतों ने हाल ही में हमा शहर पर कब्जा जमाया है, जो कि एक महत्वपूर्ण विकास के रूप में देखा जा रहा है। हमा सीरिया का चौथा सबसे बड़ा शहर है, और यह सफलता बशर अल-असद के शासन के लिए एक गंभीर चुनौती प्रस्तुत करती है। विपक्ष ने इससे पहले अलेप्पो पर नियंत्रण हासिल किया था, जो कि दूसरा सबसे बड़ा सीरियाई शहर है। अब उन्होंने हमा के दक्षिण में स्थित होम्स की ओर अपने कदम बढ़ाए हैं, जो रणनीतिक दृष्टिकोण से और भी महत्वपूर्ण है।
हमा की विजय का सामरिक महत्व
हमा का महत्व सिर्फ इसके आकार में नहीं है, बल्कि इसकी स्थिति में है। होम्स और हमा का कब्जा दमिश्क को सीरिया के पश्चिमी तटीय क्षेत्र से काट सकता है, जो असद समर्थक रूसी सेना और सैन्य अड्डों का ठिकाना है। इस दृष्टिकोण से, हमा की विजय असद के लिए एक गंभीर झटका साबित हो सकती है। वहीं, होम्स को रेजिम के द्वारा एक सामरिक केंद्र के रूप में देखा जाता है, क्योंकि यह दमिश्क और तटीय प्रांतों, टार्टस और लाटाकिया के बीच में स्थित है।
विरोधी ताकतें, विशेषकर इस्लामी समूह हयात तहरीर अल-शाम (HTS), ने भारी योगदान दिया है। HTS के नेता अबू मोहम्मद अल-जोलेनी ने इस रणनीति का खुलासा किया कि उनका लक्ष्य असद को सत्ता से हटाना है।
हमा की विजय के बाद का परिणाम
हमा में कप्तान संभालने के बाद, कई सरकारी अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया और सरकारी ताकतों ने पीछे हटते हुए अपने ठिकानों को खो दिया है। हमा का हवाई अड्डा, पुलिस मुख्यालय, और कारागार पर भी विपक्ष का अधिकार हो गया है। हालात इस हद तक बिगड़ गए हैं कि हजारों लोग अपने घरों को छोड़कर भागने पर मजबूर हो गए हैं।
मौजूदा हालात और आगे की संभावनाएं
असद शासन के लिए यह स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। रूस और ईरान का समर्थन होने के बावजूद, असद के लिए यह स्थिति संकटपूर्ण है, खासकर जब ईरान अपने गाजा और लेबनान में स्थित प्रॉक्सी गुंडों की सुरक्षा में व्यस्त है और रूस अपने यूक्रेन आक्रमण में उलझा हुआ है। हमा और होम्स की वर्तमान स्थति को देखते हुए, अनुमानित है कि यह असद की पकड़ को कमजोर करेगा।
इन घटनाओं ने पूरे सीरिया में खुशी की लहर फैल दी है, यह दर्शाते हुए कि विपक्ष की सफलताएं संघर्ष के पुनः आरंभ की दिशा में संकेत दे रही हैं।
टिप्पणि
Satya Pal
7 दिसंबर 2024हमा की जीत का अर्थ है असद सरकार के लिये झटका, लेकिन ये सपने में भी नहीं देखा गया था। इस कदम से रणनीतिक रूप से दुश्मन का साइड इन्फिल्ट्रेशन बढ़ेगा, और हम देखेंगे कि असद अपनी पकड़ खोता है। एक बार फिर से दिखा दिया गया कि दमन की दीवार अब खिसक गई है, बस अब देखना ये है कि इसे कितनी देर में गिरा दीजाएगा।
Partho Roy
7 दिसंबर 2024हमा पर कब्ज़ा वास्तव में एक बड़े मोड़ की तरह महसूस होता है क्योंकि यह न केवल एक शहर है बल्कि एक प्रतीक भी है
इसका महत्व सिर्फ भौगोलिक नही बल्कि मनोवैज्ञानिक भी है
जब तक असद के पास अपने प्रमुख बेस रहेंगे तब तक इस तरह की जीत अस्थायी लगती है
फिर भी, इस तथ्य को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता कि विरोधी अब कई टॉफ़ी को नियंत्रित कर रहे हैं
हमा की भौगोलिक स्थिति की वजह से रेशम रास्ते को प्रभावित कर सकता है और वह रेजिम को दबाव में ला सकता है
अभी की स्थिति में कई सरकारी अधिकारी पकड़े जा रहे हैं और यह काम का संकेत देगा कि भविष्य में और अधिक उच्च पदस्थ लोग गिरेंगे
रूस और ईरान की सीमित भागीदारी इस बात को दिखाती है कि अंतर्राष्ट्रीय शक्ति भी अब द्वीप नहीं रह गई है
हमा की जीत से लोगों के मन में आशा की रोशनी जग गई है, यह वही भावना है जिसे लंबे समय से दबाया गया था
इन स्थितियों में विरोधी समूहों को अपनी एकता और रणनीति पर विशेष ध्यान देना चाहिए
हीटएस की भूमिका को समझना जरूरी है क्योंकि उसके पास कई प्रशिक्षण शिविर और बलगादी नेटवर्क हैं
विरोधी फौजें जब एकजुट होंगी, तो असद के लिये यह एक बड़ी झटके जैसी होगी
हमा की सड़कों, हवाई अड्डे, और जेलों पर नियंत्रण से परेशानियों का सिलसिला बढ़ेगा
भविष्य में होम्स की ओर बढ़ते हुए, यह एक और बड़े तंत्र की शुरुआत हो सकती है
हम देखेंगे कि असद खुद को कैसे बचाता है और क्या वह अपनी रणनीति बदलता है या फिर वही पुरानी चालें दोहराता है
अंत में, यह संघर्ष सिर्फ सैन्य नहीं बल्कि सामाजिक और राजनीतिक भी है और इसका परिणाम भविष्य की दिशा तय करेगा
Ahmad Dala
7 दिसंबर 2024बहुत ही उँचे‑उँचे शब्दों में आप इस तथ्य को प्रस्तुत कर रहे हैं कि विरोधी ने "विजयी" स्थिति हासिल कर ली, पर वास्तविकता में यह केवल अस्थायी झलक है। हम देखेंगे कि बिना सतत समर्थन के यह जाल कितनी देर टिकता है।
RajAditya Das
7 दिसंबर 2024हमा जीत से बहुचाली का माजरा रोचक है 😊
Harshil Gupta
7 दिसंबर 2024हमा की नवीनतम स्थिति को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि स्थानीय प्रशासनिक ढांचे को पुनः व्यवस्थित करने की आवश्यकता है। यह शहर रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण कड़ी है, इसलिए यदि हम स्थायी शांति चाहते हैं तो हमे नागरिक सुरक्षा और बुनियादी ढांचा दोनों को प्राथमिकता देनी चाहिए। साथ ही, अंतर्राष्ट्रीय मानवीय सहायता के समन्वय से प्रवासियों को सुरक्षित मार्ग प्रदान किया जा सकता है।
Rakesh Pandey
7 दिसंबर 2024सच कहूँ तो, हमा पर कब्ज़ा बस एक बड़ी रणनीतिक चाल नहीं बल्कि असद की नीति की असफलता का प्रमाण है 🤔
Simi Singh
7 दिसंबर 2024जैसे ही हम इस जीत की सराहना करते हैं, हमें यह याद रखना चाहिए कि पीछे कौन से छिपे हुए सन्देश हैं-की शायद रूसी और ईरानी गुप्त एजेंट इस बदलाव को अपनी बड़ी योजना के हिस्से के रूप में देख रहे हैं, और इसने क्षेत्र में नई जासूसी जाल डाल दिया है। यह केवल एक सैन्य जीत नहीं बल्कि एक बड़े जाल का हिस्सा हो सकता है।