जब आप गांधी जयंती, यह दिन महात्मा गांधी के जन्म 2 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित करता है और भारत में सार्वजनिक अवकाश घोषित है. इसे महात्मा गांधी जयंती भी कहा जाता है, और यह देश में अहिंसा, स्वराज और सामाजिक समानता के मूल्यों को पुनः स्थापित करने का अवसर प्रदान करता है. इस विशेष दिन पर स्कूल, सरकारी कार्यालय और विभिन्न संस्थाएँ शांति और नैतिकता पर कार्यक्रम आयोजित करती हैं, जिससे लोगों को गांधीजी के आदर्शों से जोड़ने का लक्ष्य रहता है।
महात्मा गांधी, भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेता, जिनका जन्म पोरबंदर में 1869 में हुआ था और जिन्होंने अहिंसा को राजनीति का मुख्य हथियार बनाया। उनका मुख्य सिद्धांत अहिंसा है, जिसे वे "सत्याग्रह" के रूप में लागू करते थे। अहिंसा, न हिंसक प्रतिरोध की विधि, जो भारतीय धर्मों में शांति की परम्परा से उत्पन्न हुई और विश्वभर में नागरिक अधिकार आंदोलनों को प्रेरित करती है। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन, 1915‑1947 के बीच चलने वाला संघर्ष, जिसमें गांधीजी ने 1947 में भारत की आज़ादी की मुख्य भूमिका निभाई। इन तीनों घटकों का आपसी संबंध इस प्रकार है: गांधी जयंती राष्ट्रीय अवकाश है (central topic) → यह अहिंसा के सिद्धांत (related concept) को सम्मानित करता है → अहिंसा भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन (historical event) को दिशा देती है।
आज की दुनिया में गांधी के विचार केवल इतिहास तक सीमित नहीं रह गए हैं। हमारे पोर्टल पर आप पाएंगे कि कैसे राजनीति में नैतिकता, खेल में अनुशासन, और आर्थिक नीति में पारदर्शिता—सभी में गांधी के सिद्धांतों की झलक मिलती है। उदाहरण के तौर पर, हमारे "राष्ट्रपति चुनाव" और "वित्तीय बाजार" के लेखों में गैर‑हिंसात्मक प्रतिस्पर्धा और सामाजिक उत्तरदायित्व के पहलुओं को उजागर किया गया है, जो गांधी जी के "सर्वोत्तम सेवक" के विचार से मेल खाता है। इसी तरह, "क्रिकेट" और "एशिया कप" की कवरेज में टीमवर्क और निष्पक्ष खेल भावना को बड़ावा दिया गया है, जो अहिंसा के समान ही निष्पक्षता पर आधारित है। इस तरह के विविध संवाद दिखाते हैं कि गांधी जयंती के अवसर पर विभिन्न समाचार श्रेणियाँ भी उनके मूल्यों को प्रतिबिंबित करती हैं।
अब नीचे आप देखेंगे कि हमारी साइट पर गांधी जयंती से सम्बंधित किन‑किन खबरों और विश्लेषणों को हमने इकट्ठा किया है, जिससे आप अपने ज्ञान में गहराई और विविधता दोनों जोड़ सकते हैं।
2 अक्टूबर 2024 को गांधी जयंती के अवसर पर दिल्ली में राज घाट में विशेष कार्यक्रम हुए। नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन की उपलब्धियों को उजागर किया, जबकि अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस का महत्व दोहराया गया।
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