आपका प्लान बना है, टिकट बुक हो गया है, लेकिन एयरलाइन अचानक उड़ान कैंसल कर देती है—काफी परेशान करने वाला लग सकता है। चलिए समझते हैं कि रद्दीकरण के पीछे कौन‑से मुख्य कारण होते हैं और आप इसे कैसे संभाल सकते हैं बिना तनाव के।
सबसे पहले, मौसम सबसे बड़ा दुश्मन है। भारी बारिश, धुंध या बर्फबारी एयरलाइन को सुरक्षित नहीं रहने देती, इसलिए वे उड़ान रोक देते हैं। दूसरा बड़ा कारक टेक्निकल गड़बड़ी—इंजन में समस्या या नेविगेशन सिस्टम फेल होना—जो कभी‑कभी अचानक सामने आता है। तीसरा कारण प्रशासनिक हो सकता है: हवाई अड्डे पर ओवरक्रेडिटिंग, स्लॉट नहीं मिलना या एयर ट्रैफ़िक कंट्रोल से निर्देशित रद्दीकरण। अंत में, स्ट्राइक या पायलट की कमी भी कभी‑कभी उड़ानें कैंसल कर देती हैं।
भारत में DGCA (डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन) के नियम यात्रियों को कुछ सुरक्षा देता है। अगर एयरलाइन आपको 24 घंटे से कम नोटिस पर रद्दीकरण करती है, तो आप पूर्ण वापसी या वैकल्पिक फ्लाइट की मांग कर सकते हैं—बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के। कई बड़ी एयर्स में फ्री चेंजिंग या रिफंड पॉलिसी भी होती है, इसलिए बुकिंग के समय शर्तें ध्यान से पढ़िए।
यदि आपका रद्दीकरण देर‑से‑देर होता है और आप अगले दिन तक यात्रा नहीं कर सकते, तो होटल या भोजन का खर्च एयरलाइन कवर करने पर मजबूर हो सकती है—यह भी एक वैध अधिकार है। लेकिन इसको क्लेम करने के लिए सभी दस्तावेज़ (टिकट, रद्दीकरण ईमेल, खर्चों की रसीद) संभाल कर रखें।
रद्दीकरण का नोटिफ़िकेशन मिलने पर तुरंत एयरलाइन की कस्टमर सर्विस को कॉल करें। अक्सर वे आपको वैकल्पिक फ्लाइट या रीफ़ंड प्रोसेस करने में मदद करते हैं। अगर फोन से जवाब नहीं मिल रहा, तो एयरलाइन के आधिकारिक व्हाट्सएप या सोशल मीडिया अकाउंट पर संदेश भेजें—ये तेज़ प्रतिक्रिया देते हैं।
एक और त्वरित तरीका है ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसियों (मेक माय ट्रिप, इन्डिगो आदि) की सहायता लेना। अक्सर उनके पास रियल‑टाइम सीट उपलब्धता होती है और वे आपके लिए नई बुकिंग जल्दी कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि अतिरिक्त सर्विस चार्ज लग सकता है; इसलिए कीमतें पहले चैक करें।
यदि आपका सफ़र ज़रूरी है (जैसे व्यवसायिक मीटिंग या मेडिकल अपॉइंटमेंट), तो एयरलाइन से “इमरजेंसी टिकट” की मांग करें। कुछ एयर्स ऐसे केस में प्रायोरिटी रिडीयर बुक कर देते हैं, जिससे आप जल्दी बोर्ड हो सकते हैं।
1. **ऑफ़-पीक टाइम पर बुकिंग**: सुबह या देर रात की फ्लाइट्स अक्सर कम ट्रैफ़िक वाले होते हैं, इसलिए कैंसिलेशन का जोखिम कम रहता है।
2. **रीफंडेबल टिकेट चुनें**: थोड़ा महँगा हो सकता है, लेकिन अचानक रद्दीकरण में फायदेमंद रहता है।
3. **एयरलाइन की प्रतिष्ठा देखिए**: बड़े और विश्वसनीय कैरियर्स (इंडिगो, एअर इंडिया) का समयबद्ध रिकॉर्ड बेहतर होता है।
4. **फ्लाइट स्टेटस को रियल‑टाइम ट्रैक करें**: एयरपोर्ट ऐप या गूगल फ्लाइट्स पर अपडेट देखते रहें—कभी‑कभी देर से सूचना मिलती है।
5. **इन्शुरेंस लेन**: यात्रा बीमा में फ़्लाइट कैंसिलेशन क्लॉज़ शामिल हो तो बेहतर, क्योंकि यह अतिरिक्त खर्च को कवर करता है।
रद्दीकरण के बाद भी आप अपना सफ़र बिना तनाव के पूरी कर सकते हैं—बस सही जानकारी और तेज़ प्रतिक्रिया रखना जरूरी है। अगले बार जब ऐसी स्थिति आए, तो ऊपर बताई गई टिप्स याद रखें और यात्रा का आनंद फिर से शुरू करें।
21 जुलाई, 2024 को मुंबई में भारी वर्षा के कारण चट्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 36 उड़ानें रद्द कर दी गईं। भारी बारिश ने हवाई यातायात में महत्वपूर्ण व्यवधान उत्पन्न किया, जिससे यात्रियों और उड़ान परिचालनों पर असर पड़ा।
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