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यूपीएससि तैयारी कैसे शुरू करें?

अगर आप सिविल सेवा का सपना देख रहे हैं तो सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि यूपीएससि परीक्षा कितनी बड़ी और विस्तृत होती है। कई चरण, अलग‑अलग पेपर और समय सीमा होते हैं, इसलिए एक स्पष्ट रोडमैप बनाना पहला कदम होगा।

यूपीएससि परीक्षा का स्ट्रक्चर

पहले साल में दो लिखित परीक्षण – प्रिलिम्स (ऑब्जेक्टिव) और मेन्स (डिस्क्रिप्टिव) होते हैं। प्रिलिम्स में 200 सवाल, चार घंटे का समय; मेन्स में दो पेपर, प्रत्येक सात घंटे के। दूसरे साल में इंटरव्यू होता है, जहाँ आपका व्यक्तित्व और संचार कौशल देखे जाते हैं। इस पूरे चक्र को समझ कर आप अपनी पढ़ाई को सही दिशा दे सकते हैं।

प्रैक्टिस और रीविज़न की योजना

एक स्थायी टाइमटेबल बनाएं जिसमें रोज़ 6‑8 घंटे का अध्ययन हो, लेकिन छोटे ब्रेक लेना न भूलें। सुबह के दो घंटे एनसीआरटी पढ़ने को रखें – यह बेसिक कॉन्सेप्ट्स का खजाना है। फिर एक विषय चुनकर गहरी किताबों में जाएँ, जैसे ‘लक्ष्मीकांत’ इतिहास के लिए या ‘इकोनॉमिक सर्वे’ अर्थशास्त्र के लिए।

हर हफ़्ते कम से कम दो बार मॉक टेस्ट दें। मार्क्स को नोट करें और गलती वाले टॉपिक पर तुरंत वापस जाएँ। रीविज़न के लिये 30‑40 दिन पहले एक ‘रिवाइज़न शेड्यूल’ बनाएँ, जिसमें पिछले साल की नोट्स, संक्षिप्त बुलेट पॉइंट और महत्वपूर्ण आंकड़े दोहराए जाएँ।

ऑप्शनल सब्जेक्ट का चयन सोच-समझ कर करें। अगर आपका बैकग्राउंड या रुचि किसी खास विषय में है तो वही चुनें – इससे आप कम समय में अधिक अंक जुटा सकते हैं। साथ ही दोनों विकल्पों के पिछले साल के प्रश्नपत्र देखें, ताकि पैटर्न समझ आ सके।

संसाधन चुनते समय भरोसेमंद वेबसाइट और यूट्यूब चैनल इस्तेमाल करें। ‘Unacademy’, ‘Vision IAS’ और ‘BYJU’s’ जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर मुफ्त क्लासेस और नोट्स मिलते हैं। लेकिन सब कुछ पढ़ना नहीं, सिर्फ़ वही ले जो आपके टाइमटेबल में फिट हो।

नोट बनाने का एक आसान तरीका – हर अध्याय के अंत में 5‑6 बिंदुओं में सारांश लिखें। ये बुलेट पॉइंट्स बाद में रीविज़न में काम आते हैं और तेज़ी से याद रख सकते हैं। साथ ही डिजिटल नोट्स को क्लाउड पर सेव रखें, ताकि कहीं भी पढ़ सकें।

इंटरव्यू की तैयारी के लिये सिम्युलेशन जरूरी है। दोस्तों या मेंटर्स के साथ मॉक इंटरव्यू करवाएँ, उनकी फीडबैक से अपने जवाबों को सुधारें। व्यक्तिगत कहानी और सामाजिक मुद्दे पर अपनी राय तैयार रखें – ये बात अक्सर पूछी जाती है।

अंत में खुद को मोटिवेटेड रखना सबसे बड़ा चैलेंज है। छोटे‑छोटे लक्ष्य बनाएँ, जैसे हर हफ़्ते 2 घंटे अतिरिक्त पढ़ाई या एक नया नोट बना लेना। जब आप उन्हें पूरा करें तो खुद को सराहें; इससे आत्मविश्वास बढ़ता है और थकान कम होती है।

यूपीएससि का सफर लंबा है, पर सही प्लान, लगातार प्रैक्टिस और सकारात्मक सोच के साथ आप इस लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। अब देर न करें – अपना पहला टाइमटेबल बनाइए और पढ़ाई शुरू कीजिए!

प्रती सुदासन बनीं यूपीएससी की अध्यक्ष, 1 अगस्त से संभालेंगी कार्यभार
Abhishek Rauniyar

Abhishek Rauniyar

प्रती सुदासन बनीं यूपीएससी की अध्यक्ष, 1 अगस्त से संभालेंगी कार्यभार

प्रती सुदासन, एक प्रतिष्ठित भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी, को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है, जो 1 अगस्त 2024 से प्रभावी होगा। सुदासन, जिन्होंने सिविल सेवा में चार दशकों से अधिक की शानदार करियर किया है, ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में सचिव और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में विशेष सचिव जैसी उच्च-प्रोफाइल भूमिकाओं में योगदान दिया है।

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