Karnataka PUC Supplementary Result 2024: KSEAB ने जारी किया 2nd PUC Supplementary Exam 2 Result, karresults.nic.in पर चेक करें

कर्नाटक स्कूल एग्जामिनेशन एंड असेसमेंट बोर्ड (KSEAB) ने गुरुवार को अपनी आधिकारिक वेबसाइट karresults.nic.in पर कर्नाटक 2nd PUC सप्लीमेंट्री परीक्षा 2 का रिजल्ट 2024 घोषित कर दिया है। परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र अपना एप्लीकेशन नंबर और जन्मतिथि दर्ज करके अपना रिजल्ट देख सकते हैं। रिजल्ट दोपहर 3 बजे जारी किया गया था।

इससे पहले 10 अप्रैल को कर्नाटक 2nd PUC के मुख्य परीक्षा के नतीजे जारी किए गए थे। PUC सप्लीमेंट्री परीक्षा-2 का आयोजन 29 अप्रैल से 16 मई तक किया गया था। अब सप्लीमेंट्री परीक्षा के भी नतीजे घोषित कर दिए गए हैं।

ऐसे चेक करें Karnataka PUC Supplementary Exam 2 Result 2024

अपना रिजल्ट चेक करने के लिए छात्रों को सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट karresults.nic.in पर जाना होगा। वहां सप्लीमेंट्री रिजल्ट के लिंक पर क्लिक करना होगा। इसके बाद अपना रजिस्ट्रेशन नंबर और सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन दर्ज करना होगा। सबमिट बटन पर क्लिक करते ही रिजल्ट स्क्रीन पर दिखने लगेगा जिसे डाउनलोड कर सकते हैं।

कर्नाटक बोर्ड ने 2nd PUC परीक्षाओं के फॉर्मेट में बदलाव किया है। अब परीक्षाएं तीन चरणों में आयोजित की जाती हैं। बोर्ड ने छात्रों को उनके स्कोरकार्ड में किसी भी त्रुटि की जांच करने का महत्व बताया है। अगर कोई गलती मिलती है तो उसकी तुरंत KSEAB को सूचना देनी होगी।

Karnataka 2nd PUC Exam 2 Result 2024 का ओवरऑल पास प्रतिशत

कर्नाटक 2nd PUC परीक्षा 2 रिजल्ट 2024 का समग्र उत्तीर्ण प्रतिशत 81.15 प्रतिशत रहा। विषय-वार देखें तो कला, वाणिज्य और विज्ञान के लिए क्रमशः 68.36 प्रतिशत, 80.94 प्रतिशत और 89.96 प्रतिशत रहा है।

परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए छात्रों को कुल अंकों का कम से कम 35 प्रतिशत अंक हासिल करना जरूरी है। पास प्रतिशत की बात करें तो कला संकाय का पास प्रतिशत 68.36 प्रतिशत, वाणिज्य का 80.94 प्रतिशत और विज्ञान का 89.96 प्रतिशत रहा।

Karnataka 2nd PUC Exam 2 Result 2024 के प्रमुख आंकड़े:

  • ओवरऑल पास प्रतिशत - 81.15%
  • कला संकाय का पास प्रतिशत - 68.36%
  • वाणिज्य संकाय का पास प्रतिशत - 80.94%
  • विज्ञान संकाय का पास प्रतिशत - 89.96%

कर्नाटक बोर्ड की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक इस बार कुल 6,83,563 छात्रों ने 2nd PUC की परीक्षा दी थी। वहीं सप्लीमेंट्री परीक्षा-2 में 2,08,352 छात्र शामिल हुए थे। परीक्षा के लिए कुल 1,017 केंद्र बनाए गए थे।

KSEAB द्वारा आयोजित 2nd PUC परीक्षा देने वाले छात्रों को अब अपने भविष्य की योजनाओं पर काम करना होगा। राज्य के कई कॉलेजों में एडमिशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उच्च शिक्षा में प्रवेश के लिए रिजल्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

कर्नाटक बोर्ड की 2nd PUC परीक्षा राज्य स्तरीय प्री-यूनिवर्सिटी परीक्षा है। इसे पास करने के बाद ही छात्र स्नातक स्तर पर दाखिला ले सकते हैं। हर साल लाखों छात्र इस परीक्षा में शामिल होते हैं।

कुल मिलाकर, कर्नाटक 2nd PUC सप्लीमेंट्री परीक्षा 2 रिजल्ट 2024 सफलतापूर्वक जारी कर दिया गया है। छात्र अब आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से अपने परिणाम आसानी से चेक कर सकते हैं। यह उनके भविष्य की दिशा तय करने में मददगार साबित होगा।

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टिप्पणि

arjun jowo

arjun jowo

22 मई 2024

भाइयों और बहनों, अगर आप अभी भी रिजल्ट चेक करने के बारे में उलझन में हैं तो याद रखें कि karresults.nic.in पर जाना है, अपना एप्लीकेशन नंबर और जन्म तिथि सही से डालें और तुरंत अपना स्कोर देख लें।
परीक्षा के बाद की तैयारी में मत लगे रहो, अब आगे के कॉलेज एप्प्लिकेशन या ड्रॉप ड्रॉप करने की योजना बनाओ।
यदि कोई त्रुटि दिखे तो तुरंत बोर्ड को सूचित करो, समय पर करना बहुत ज़रूरी है।
सबको शुभकामनाएं!

Rajan Jayswal

Rajan Jayswal

3 जून 2024

रिजल्ट चेक करने में देर मत करो, लिंक पर क्लिक करो, तुरंत नंबर डालो, देख लो।

Simi Joseph

Simi Joseph

15 जून 2024

ये सप्लीमेंट्री रिजल्ट बस एक और औपचारिकता है बोर्ड की, असली पढ़ाई तो पहले से ही घटिया थी।
काफी मेहनत की तो भी अब ये अंकों की धुंध में फँसे रहोगे।
सिर्फ नंबर देख कर खुश नहीं होना चाहिए, असली ज्ञान की कमी को पहचानो।

Vaneesha Krishnan

Vaneesha Krishnan

27 जून 2024

दिल से समझ रहा हूँ कि कई लोग इस रिजल्ट को देखकर तनाव में हैं 🙏
पर याद रखो, यह सिर्फ एक कदम है, आगे का रास्ता तुम खुद बना सकते हो 😊
यदि कोई गलती मिलती है तो तुरंत बोर्ड को बताओ, सही चीज़ें सुधारनी चाहिए।

Satya Pal

Satya Pal

9 जुलाई 2024

जाने-कुचिए, कुल 6,83,563 छात्रों में से 2,08,352 ने सप्लीमेंट्री दी हां, इसका मतलब है कि आधीकांश ने पहली बार पास हो गए।
क्लास में जो लोग लगातार फेल होते रहे, उनको अब संख्यात्मक रूप से भी सुधारना पड़ेगा।
वैसे भी, 35% पासिंग मार्क तो बहुत कम है, स्टडी मैटेरियल की कमी है।
सही से पढ़ाई करो, नहीं तो फिर से वही चक्र चलते रहेगा।

Partho Roy

Partho Roy

21 जुलाई 2024

मैं तो कहूँगा कि शिक्षा का मतलब सिर्फ अंक नहीं, बल्कि सोचने की शक्ति है।
जब आप 2nd PUC के सप्लीमेंट्री में अपना रिजल्ट देखते हैं, तो यह एक अवसर है अपने ज्ञान को गहरा करने का।
कभी कुछ नया सीखिए, पिछले त्रुटियों से सीखिए, और फिर अपने भविष्य के कॉलेज के विकल्पों को समझदारी से चुनिए।
समय कम है, पर ध्यान केंद्रित रखिए, तो सफलता आपके करीब आएगी।

Ahmad Dala

Ahmad Dala

2 अगस्त 2024

ओवरऑल पास प्रतिशत 81.15% है, ये दिखाता है कि अधिकांश छात्रों ने बेसिक आवश्यकता तो पूरी कर ली है, पर मैं देखता हूँ कई लोग अभी भी शैक्षणिक रूप से आधे-अधूरे हैं।
जो लोग इस रिजल्ट को लेकर खुश हैं, उन्हें थोड़ा सच्चा देखना चाहिए और आगे की पढ़ाई के लिए अधिक मेहनत करनी चाहिए।
सभी को शुभकामनाएं, पर याद रखिए, असली सफलता सिर्फ अंक नहीं, बल्कि ज्ञान है।

RajAditya Das

RajAditya Das

14 अगस्त 2024

👍 अच्छा रिजल्ट है!

Harshil Gupta

Harshil Gupta

27 अगस्त 2024

रिजल्ट देख कर अगर आप उलझन में हैं तो बेहतर होगा कि आप अपने स्कूल के काउंसलर से मिलें और आगे के विकल्पों पर चर्चा करें।
काउंसलर आपको सही दिशा में ले जा सकते हैं, इसलिए इस मौके का उपयोग करें।

Rakesh Pandey

Rakesh Pandey

8 सितंबर 2024

नहीं, मैं कहूँगा कि अगर आप बोर्ड की वेबसाइट पर सही समय नहीं डालते तो रिजल्ट भी नहीं दिखेगा।
सही जानकारी डालो, नहीं तो आपका टाइम बर्बाद होगा 😒

Simi Singh

Simi Singh

20 सितंबर 2024

क्या आप नहीं समझते कि ये रिजल्ट बोर्ड की दखलंदाज़ी है? सरकार ने हमें ऐसी सिस्टम क्यों बनायी जो सबको एक ही झंडे के नीचे लाए।
अब देखिए, सबकी मेहनत और परिश्रम को इस डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर ले जाकर कैसे हम सबको एक समान बना रहे हैं।
यह सब एक बड़ी साजिश है, जिसमें सिर्फ़ बड़े ही फायदेमंद होते हैं।

Rajshree Bhalekar

Rajshree Bhalekar

2 अक्तूबर 2024

इतना आँकड़ा देख कर घबराहट होती है।

Ganesh kumar Pramanik

Ganesh kumar Pramanik

14 अक्तूबर 2024

रिजल्ट देख के मन में कई विचार उमड़ते हैं, कुछ लोग अभी भी आशा रखतें हैं, जबकि कुछ लोग पीछे हटते हें।
मैं मानता हूं कि इस रिजल्ट को देखें और फिर अपने लिये नये रास्ते खोलें।
यदि आप को लगता है कि आपने कुछ छूटा ह, तो दुबारा प्रयास करें, लेकिन अपना मनोबल रखें।
लगातार मेहनत करने से ही आप सफल हो पाएंगे।
ड्रॉपआउट नहीं, बल्कि एक नई साहसिक यात्रा का आरम्भ।

Abhishek maurya

Abhishek maurya

26 अक्तूबर 2024

भाइयों और बहनों, यह आंकड़े देखें तो पता चलता है कि प्रदेश में शिक्षा का स्तर कितना ऊँचा है, पर मैं यह भी मानता हूँ कि हमारे प्रणाली में कई खामियाँ हैं।
सप्लीमेंट्री रिजल्ट का मतलब है कि बहुत से छात्रों को पहली बार में पास नहीं मिला, यह एक संकेत है कि हमारी पढ़ाई की क्वालिटी को और सुधारने की जरूरत है।
यदि हम इस डेटा को सही तरह से एनालाइज़ कर पाते तो हम शिक्षा नीति में बदलाव ला सकते हैं।
वास्तव में, 81.15% पास प्रतिशत बहुत अच्छा लग रहा है, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि सबका भविष्य सुरक्षित है।
इसलिए हमें एक व्यापक अध्ययन करना चाहिए, जिससे हम समझ सकें कि किन क्षेत्रों में छात्रों को अधिक समर्थन चाहिए।
और यह भी देखना चाहिए कि किन विषयों में पास प्रतिशत कम है, जैसे कि कला संकाय 68.36% पर है, जिससे हम इन छात्रों के लिये विशेष कार्यक्रम बना सकते हैं।
यह सिर्फ आँकड़े नहीं, बल्कि एक दिशा संकेत है कि आगे की योजना कैसे बनानी चाहिए।
यदि बोर्ड और शैक्षणिक संस्थान इस डेटा को गंभीरता से लेते हैं तो हम एक बेहतर शैक्षणिक माहौल बना सकते हैं।
अब समय है कि हम इस डेटा को केवल रिपोर्ट नहीं, बल्कि कार्रवाई के रूप में देखें।
सभी छात्रों को बधाई, और जो नहीं पास हुए, उन्हें प्रेरित रहना चाहिए।
आगे के कदमों में करियर काउंसिलिंग, वैकल्पिक शिक्षा विकल्प, और स्किल्स ट्रेनिंग पर फोकस होना चाहिए।
हम सबको मिलकर इस दिशा में काम करना चाहिए, ताकि हर छात्र को अपनी मंजिल मिल सके।
अंत में, मैं यही कहूँगा कि यह डेटा मार्गदर्शक है, लेकिन सफलता का रास्ता हम स्वयं तय करेंगे।

Sri Prasanna

Sri Prasanna

30 अक्तूबर 2024

सच में यह आंकड़े हमें दिखाते हैं कि बोर्ड का आउटपुट किस हद तक भरोसेमंद है
मैं कहता हूँ कि यह सिर्फ़ एक आधा सच है क्योंकि हर साल के आंकड़े दिखाते हैं कि कई छात्र व्यक्तिगत कारणों से गिरते हैं
यदि हम इस रिजल्ट को सिर्फ़ एक साक्ष्य के रूप में लेन तो हम प्रणाली की वास्तविक समस्याओं से बचेंगे
परंतु मैं मानता हूँ कि यह सच्चाई को छुपाने की एक कोशिश हो सकती है
इसलिए आगे की नीति बनाते समय इस डेटा को पूरी तरह से समझकर ही कदम बढ़ाना चाहिए
नहीं तो हम फिर से वही गलतियां दोहराएंगे
हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि हर छात्र को समान अवसर मिले
यह केवल अंक नहीं, बल्कि उनके भविष्य का निर्धारण है
मैं यहाँ यह भी जोड़ना चाहूँगा कि सरकार को इस पर अधिक पारदर्शिता लानी चाहिए

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